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कुवैत में 4000 लोगों ने आर्थिक सहायता के लिए करवाया “Kuwaitis without salaries” पर रजिस्ट्रेशन

कोरोना वायरस की वजह से खाड़ी देशों में काम करने गये लाखों लोगों की नौकरी चली गयी है। जिसकी वजह इन लोगों को यहां पर बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ा रहा है। वहीं इस बीच सामाजिक मामलों के मंत्रालय के अंडर सेकेट्री Aziz Shuaib ने एक बड़ी जानकारी दी है।

दरअसल, सामाजिक मामलों के मंत्रालय के अंडर सेकेट्री अब्दुल अजीज शुएब ने खुलासा किया है कि यहां पर 4,000 से अधिक कुवैतियों ने दो सप्ताह पहले लॉन्च किए गए ऑनलाइन प्लेटफॉर्म “Kuwaitis without salaries” (बिना सैलरी के कुवैत) पर पंजीकरण कराया है।

जानकारी के अनुसार, सामाजिक मामलों के मंत्रालय ने कोविड​​-19 संकट के दौरान आर्थिक रूप से प्रभावित लोगों के मामलों को देखने के लिए कार्यक्रम शुरू किया था। वहीं मंत्रालय द्वारा शुरू किए इस ऑनलाइन प्लेटफॉर्म से लोगों को सार्वजनिक सहायता मिलेगी और जिन लोगों को ये सहायता चाहिए वो सितंबर तक अपना डेटा अपडेट कर सकते हैं। वहीं अभी तक इस ऑनलाइन प्लेटफॉर्म में 4,000 से अधिक कुवैतियों ने रजिस्ट्रेशन करवाया है।

कुवैत में 4000 लोगों ने आर्थिक सहायता के लिए करवाया “Kuwaitis without salaries" पर रजिस्ट्रेशन

इस मामले को लेकर अब्दुल अजीज शुएब शौइब ने कहा कि मंत्रालय लगातार सार्वजनिक सहायता के लिए काम कर रही है। इतना ही नहीं  कोविड ​​-19 संकट के दौरान भी सहायता वितरित करने में कभी देर नहीं हुई।

आपको बता दें, यह ऑनलाइन प्लेटफार्म COVID-19 महामारी के दौरान शुरू किया गया था और यह तब तक संचालित होता रहेगा जब तक कि महामारी समाप्त नहीं हो जाती। वहीं इस ऑनलाइन प्लेटफार्म में रजिस्ट्रेशन करने वाले लोगों को उनके बैंक खातों में पैसा भी भेजा गया।

गौरतलब है कुवैत समेत ज्यादातर खाड़ी देशों में बड़ी तदाद में लोगों की नौकरी कोरोना महामारी के बीच छूट गई है। इसकी वजह से लोगों को आर्थिक संकट से जूझना पड़ रहा है। वहीं बड़ी संख्या में भारतीय, जो इस वक्त खाड़ी देश में नौकरी छूटने की वजह से फंसे हुए हैं, वे फिलहाल स्वदेश वापस लौट रहे हैं।