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कुवैती में रोज़गार को लेकर आई बड़ी मुसीबत, जानिए क्या 

कुवैत से एक बड़ी खबर सामने आई है और ये खबर है कि रोजगार को लेकर है। दरअसल, खबर है कि कुवैत में रोजगार के क्षेत्र में सरकारी क्षेत्र को दो बड़ी समस्या आ रही है।

युवा लोगों के रिटायरमेंट में लगेगा समय 

जानकारी के अनुसार, सरकारी कर्मचारियों में सबसे ज्यादा तादाद युवा लोगों की है जिसकी वजह से इन लोगों के लंबे समय तक रिटायरमेंट होने की उम्मीद नहीं है। वहीं बेरोजगारी की समस्या को हल करने करने के लिए रिटायरमेंट की आयु तक पहुँच चुके हैं, उन्हें भेजकर नए लोगों को शामिल करना है। लेकिन यह समीकरण लगभग कठिन लगता है, क्योंकि अधिकांश सरकारी कर्मचारी युवा हैं और उन्हें रिटायरमेंट में भेजे जाने में ज्यादा समय लगेंगा।

कुवैती में रोज़गार को लेकर आई बड़ी मुसीबत, जानिए क्या 

वहीं अल-क़बास दैनिक सूत्रों के हवाले से कहते हैं, आधिकारिक श्रम बाजार के आंकड़ों के अनुसार, सरकारी क्षेत्र में 91.5% कुवैती पचास वर्ष से कम आयु के हैं, और उनमें से 66.5% 40 वर्ष से कम उम्र के हैं, जो यह होगा उन्हें सेवानिवृत्ति में भेजने और युवा कैडरों के लिए रास्ता बनाने में कम से कम 20 साल या उससे अधिक समय लें। 50 वर्ष से अधिक आयु वालों का अनुपात 60 से अधिक उम्र वालों में से केवल 8.5 प्रतिशत है, केवल 0.8 प्रतिशत है।

वहीं इसी बीच एक और बड़ी खबर सामने आई है। दरअसल 60 से ऊपर के उन प्रवासियों को रोजगार देने पर विवादास्पद प्रतिबंध हटा दिया जाए, जिनके पास विश्वविद्यालय की डिग्री नहीं है, और इस बात की जानकारी एक स्थानीय समाचार पत्र ने दी है।

स्थानीय समाचार पत्र के अनुसार, इस महीने की शुरुआत में, कुवैती कानूनी सलाह और विधान विभाग ने पिछले साल अगस्त में जारी प्रतिबंध को यह कहते हुए अमान्य कर दिया था कि इसका कोई कानूनी आधार नहीं है। वहीं विभाग के एक कैबिनेट सहयोगी ने कहा कि प्रतिबंध PAM के महानिदेशक द्वारा प्राधिकरण के बिना जारी किया गया था।