भारत सरकार द्वारा शुरू की गए दूसरा वंदे भारत मिशन का धीरे धीरे अपनी कामयाबी की ओर बढ़ रहा है। भारत सरकार ने इस मिशन में सरकारी एयरलाइंस एयर इंडिया के साथ साथ भारतीय नौसेना की मदद ली है। मिशन के पहले फेज में अपने काम को पूरा करने वाली भारतीय नौसेना ने मिशन के दूसरे में भी अपना काम पूर कर दिया है। जी हां इंडियन नेवी का बेटलशीप INS जलाश्व ने श्रीलंका में फंसे 685 भारतीय नागरिक को लेकर तमिलनाडू के तूतीकोरिन बंदरगाह पर पहुंच गया है।
श्रीलंका से भारत आए 685 लोगों में 553 पुरूष, 125 औरते और 7 बच्चे शामिल है। जिन्हें इंडियन नेवी INS जलाश्व श्रीलंका से भारत वापस लेकर आई है। 685 लोगो को लेकर INS जलाश्व सोमवार की शाम को कोलंबो से भारत आने के लिए रवाना हुआ था।
ऑपेरशन समुद्र सेतु के तहत नेवी INS जलाश्व ने करीब 256 किलोमीटर की दूरी महज 10 घंटे में पूरी कर ली थी। इंडियन नेवी के बेटल शीप में बैठने से पहले इन सभी पैसेंजर्स मेडिकल जांच हुई। इनके लगेज को सेनेटाइज किया गया। इसके साथ ही इन सभी लोगों को शीप में सोशल डिस्टेंसिंग के नियम के अनुसार बैठाया गया। इंडियान नेवी ने श्रीलंका से आने वाले सभी भारतीयों की सुरक्षा को ध्यान रखते हुए सभी मानकों का सख्ती के साथ पालन किया।
बता दें कि मिशन के पहले फेज में इंडियन नेवी की INS जलाश्व ने मालदीप की राजधानी माले में फंसे 1286 भारतीयों को वहां से निकालकर सुरक्षित केलर के कोच्चि बंदरगाह तक पहुंचाया था। श्रीलंका के कोलंबो से आने के बाद इंडियन नेवी इन पैसेंजर्स को राज्य सरकारों को सौप देगी। जिसके बाद राज्य सरकार इन पैसेंजर्स से कोरोना फ्टाइट से जुड़े सभी प्रोटोकॉल्स को पूरा करेगी। बता दें कि इंडियन नेवी का ऑपेरशन समुद्र सेतु- 2 जून से ही शुरू किया गया था। श्रीलंका कोलंबो के बाद अब नेवी मालदीप के माले से 700 भारतीयों को लेकर भारत आएगी।