UAE के Passport ने Henley Passport Index में एक और स्थान हासिल किया है, जो एक अरब राष्ट्र के लिए अभी तक का सर्वोच्च स्थान है। जानकारी के अनुसार, यूएई पासपोर्ट (UAE Passport) 15वें स्थान पर है। यूएई पासपोर्ट की रैंकिंग सुधरने के साथ ही देश के पासपोर्ट धारक अब 175 देशों में बगैर वीजा के भी यात्रा के लिए जा सकते हैं।
हेनले इंडेक्स ने कहा, यूएई ने हेनले पासपोर्ट इंडेक्स में ऊपर पायदान की ओर बढ़ना जारी रखा है। इससे पहले पिछले साल 173 वीज़ा-मुक्त/वीज़ा-ऑन-अराइवल स्कोर के साथ यूएई 16वें स्थान पर था। वहीं साल 2020 में, यूएई 18वें स्थान पर था।
बता दें, यूएई साल 2016 में हेनले पासपोर्ट इंडेक्स में सिर्फ 35 के वीज़ा-मुक्त / वीज़ा-ऑन-अराइवल स्कोर के साथ – 62 वें स्थान पर था। यूएई को चिली, बुल्गारिया, ब्राजील और इज़राइल जैसे गंतव्यों से आगे रखा गया है। सूचकांक “अंतर्राष्ट्रीय हवाई परिवहन प्राधिकरण (आईएटीए) से विशेष डेटा” के आधार पर पासपोर्ट रैंक करता है। इसमें 199 पासपोर्ट और 227 यात्रा गंतव्य शामिल हैं।
इसी के साथ सूचकांक में जापान और सिंगापुर सबसे आगे हैं। ये दो एशियाई देशों के पासपोर्ट धारक अब दुनिया भर के 192 गंतव्यों में वीजा-मुक्त प्रवेश कर सकते हैं। वहीं अफगानिस्तान सूचकांक में सबसे नीचे है। सूचकांक की एक रिपोर्ट में एक विशेषज्ञ के हवाले से कहा गया है कि किसी व्यक्ति का स्वास्थ्य और टीकाकरण की स्थिति गतिशीलता पर उतना ही प्रभावशाली है जितना कि उनके पासपोर्ट की वीजा-मुक्त पहुंच।
इसी के साथ संचालन, सुरक्षा और सुरक्षा के लिए आईएटीए के वरिष्ठ उपाध्यक्ष निक कैरन ने कहा कि हमारे पास यात्रियों, एयरलाइंस, हवाई अड्डों और सरकारों के लिए दीर्घकालिक दक्षता सुधार देने का अवसर है। हमारे हाल के सर्वेक्षण में पाया गया कि 73 प्रतिशत यात्री हवाईअड्डा प्रक्रियाओं में सुधार के लिए अपने बायोमेट्रिक डेटा साझा करने के इच्छुक हैं।
वहीं भारतीय पासपोर्ट की ताकत अब पहले से कहीं ज्यादा हो गई है। हैनले पासपोर्ट इंडेक्स की रेटिंग में भारतीय पासपोर्ट चार पायदान ऊपर चढ़कर 83 वें नंबर पर पहुंच गया है। भारतीय पासपोर्ट की रैंकिंग सुधरने के साथ ही देश के पासपोर्ट धारक अब 59 देशों में बगैर वीजा के भी यात्रा के लिए जा सकते हैं। तो वहीं, भारत के पड़ोसी मुल्क की हालत यमन और सोमालिया से भी खराब है।