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कोरोना के खिलाफ जंग में भारत और यूएई आए साथ, ऐसे कर रहे हैं एक-दूसरे की मदद

कोरोना वायरस के कारण सभी देशों में कोहराम मचा हुआ है। वहीं इस वायरस का मुकाबला करने के लिए सभी देश एक-दूसरे की मदद करने में लगे हुए हैं। वहीं इस इस बीच संयुक्त अरब अमीरात और भारत अब एक साथ मिलकर इस कोरोना वायरस के खिलाफ मुकाबला करेंगे।

क्राउन प्रिंस और पीएम मोदी की बातचीत

कोरोना के खिलाफ जंग में भारत और यूएई आए साथ, ऐसे कर रहे हैं एक-दूसरे की मदद

हाल ही में वैश्विक स्वास्थ्य संकट के महत्वपूर्ण घटनाक्रम के बीच भारत के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी व अबू धाबी के क्राउन प्रिंस और यूएई सशस्त्र बलों के उप सुप्रीम कमांडर शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान द्वारा टेलीफोन पर बातचीत हुई थी। वहीं इस बातचीत दोनों देशों के नेताओं ने कोविड -19 के खिलाफ वैश्विक लड़ाई, क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय घटनाक्रमों तथा मानवीय, स्वास्थ्य और आर्थिक क्षेत्रों पर चर्चा की गई। इसके अलावा कोविड -19 को हराने के तरीकों पर भी चर्चा हुई थी।

अब मंत्री स्तर की हुई बातचीत, एक दूसरे को देंगे लाभ

कोरोना के खिलाफ जंग में भारत और यूएई आए साथ, ऐसे कर रहे हैं एक-दूसरे की मदद

वहीं अब इस संदर्भ में भारत सरकार के विदेश मंत्री सुब्रह्मण्यम जयशंकर और यूएई के विदेश मंत्री शेख अब्दुल्ला बिन जायद अल नाहयान  के बीच सहयोग मजबूत करने की संभावनाओं की समीक्षा भी की गई। एक वीडियो कॉल में, दो शीर्ष राजनयिकों ने कोरान वायरस के खिलाफ वैश्विक लड़ाई में दोनों देशों के बीच विशेषज्ञों के आदान-प्रदान पर भी चर्चा की। जिसमें वायरस के शुरुआती पता लगाने में अत्याधुनिक तकनीक का उनका आवेदन भी शामिल था।

उन्होंने वायरस से संबंधित मौ’तों पर संवेदना का आदान-प्रदान किया और महामारी से निपटने में संयुक्त कार्रवाई को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर बल दिया।वहीं शेख अब्दुल्ला ने कोविड -19 के खिलाफ लड़ाई में यूएई के लिए चिकित्सा और नर्सिंग टीमों को भेजे जाने पर भी चर्चा की। इसके अलावा “यूएई स्वयंसेवकों” के अभियान में भारत की प्रभावी भागीदारी की प्रशंसा की।

मालूम हो कि,  वायरस के खिलाफ लड़ाई में संयुक्त अरब अमीरात और भारत एक दूसरे के प्रयासों को विभिन्न रूपों को अपनाया है, जिनमें प्रत्यावर्तन संचालन, वैज्ञानिक और चिकित्सा विशेषज्ञता का आदान-प्रदान और चिकित्सा सहायता का वितरण शामिल है।

आपको बता दें, इन दोनों देशों ने इस कोरोना कहर के बीच एक दूसरे की मदद की है। जहां संयुक्त अरब अमीरात ने कोविड -19 के प्रसार को रोकने के लिए भारत में सात मीट्रिक टन चिकित्सा आपूर्ति का सहायता विमान भेजा है। वहीं भारत ने इस कारों वायरस को रोकने में सक्षम माने जाने वाली हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन दावा यूएई भेजी थी।