भारत में कोरोना वायरस के कारण लगे लॉकडाउन की वजह से विदेशों में कई भारतीय नागरिक फंसे हुए हैं। इन सभी लोगों को वापस लाने के लिए मिशन वंदे भारत शुरू किया गया है। वहीं इस मिशन वंदे भारत के तहत शुरू हुई फ्लाइट में 2 यात्री ऐसे थे जो 53 दिनों के बाद भारत लौटे।
लॉकडाउन की वजह से दो महीने तक दुबई एयरपोट में फंसे रहे एक दादा-दादी की एक जोड़ी गुरुवार को अपने देश लौटी। दरअसल, लॉकडाउन की वजह से 75 वर्षीय अमल मंडल और उनकी पत्नी तृप्ति मंडल दुबई के इंटरनेशनल एयरपोर्ट में रह रहे थे। अमल मंडल 21 मार्च को दिल्ली जाने के लिए दुबई एअरपोर्ट पर आए।
लेकिन खराब मौसम ने उनकी फ्लाइट लेट हो गयी। वहीं इसके कुछ समय बाद ही कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए दक्षिण एशियाई देश ने देशव्यापी लॉकडाउन लागू किया और कोविद -19 के प्रसार को रोकने के लिए हवाई यात्रा स्थगित कर दी। जिसके बाद से ये दोनों यहीं पर फंस गये और बीते गुरूवार को ये दोनों अपने देश लौटे हैं।
वहीं स्वदेश लौटने से पहले एक मीडिया चैनल द नेशनल से बात करते हुए मंडल ने कहा कि “मैं दुबई के लोगों की मदद को नहीं भूलूंगा। मुझे ऐसा लग रहा था कि मैं अपने घर में रह रहा हूं, ” वहीं मेरे आखिरी दिन तक, मैं यह नहीं भूलूंगा कि लोगों ने हमारी मदद की और कैसे देखा। जब कोरोनोवायरस खत्म हो जाता हूं तो मैं वापस आना चाहता हूं, इसलिए मैं उन लोगों से मिल सकता हूं, जिनसे मैंने फोन पर बात की है। ”
उन्होंने कहा कि वह दुबई सरकार, हवाई अड्डे, होटल कर्मचारियों और भारतीय कौंसुलर अधिकारियों के आभारी हैं। “हम इस समय भी तनावग्रस्त हैं क्योंकि हम यह नहीं जानते कि हम अपने घर कब पहुँचेंगे। लेकिन हम खुश हैं कि हम आखिरकार वापस जा रहे हैं। ”
आपको बता दें, मिशन वंदे भारत का पहले चरण में अभी तक कई हज़ार लोग अपने देश आ चुके हैं वहीं 16 मई से शुरू होने वाले दूसरे चरण में 149 उड़ानों में 31 देशों के 30,000 से अधिक भारतीय स्वदेश लौट आएंगे।