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भारत लौट रहे 7 लोगों को AIRPORT के रास्ते में आं’तकियों ने किया अप’हर’ण, परिजनों ने लगाई मदद की गु’हार

अर्न्तराष्ट्रीय मोर्चे पर भारत के लिए एक और परेशा’नी ख’ड़ी हो गई है। बता दें कि लीबियां में आं’तकवादि’यों ने भारत के 7 प्रवासी नागरिकों को अ’पहर’ण कर लिया गया है। उन 7 भारतीय नागरिको को सही सला’मत छोड़ने के ब’दले में आंत’कवादि’यों ने फि’रौ’ती मांग की है।

आं’तकवादि’यों के च’गुंल में फं’से ये भारतीय प्रवासी नागरिक UP के कुशीनगर और देश के दूसरे छोटे कस्बे से आतें है। ये सातों लोग कंपनी की तरफ से लीबिया में मजदूरी का काम करने के लिए गए थे। लीबिया में एक साल तक काम करने बाद अपने देश भारत और घर में वापसी कर रहे थे।

आं’तकवादि’यो ने इन सातों भारतीय नागरिकों को एयरपोर्ट के रास्ते कि’डने’प किया है। खबरों की माने तो ये घ’टना 15 और 16 सितंबर के बीच की बताई जा रही है। बता दें कि इन 7 भारतीय नागरिकों को 17 सितंबर को त्रिपोली एयरपोर्ट से भारत के लिए अपनी उड़ान भरनी थी।

जिस कंपनी के जरिए ये सातों लोग लीबिया में काम कर रहे थे, उसने पहले बोला कि वो सभी लोग वापस आ रहे है। लेकिन जब से उनके अ’पहर’ण होनें की खबर सामने आई है जब से कंपनी की तरह से कोई जबाव सामने आ नहीं रही है। आं’तकवादि’यों के चं’गु’ल में फंसे कुशीनगर के रहने वाले मुन्ना चौहान के एक करीबी रिश्तेदार लल्लन चौहान ने बताया कि “ये सभी लोग दिल्ली की एक कंपनी एन डी एंटरप्राइजेस के म’र्फत में लीबिया काम करने गए थे।

जब ये कि’डनेपिं’ग वाली घ’टना घ’टी तो उसके बाद कंपनी ने 27 सितंबर को कहा कि कंपनी अ’पहरक’र्ता की डिमांड को पूरा कर रही है। ये सातों लोग जल्द ही भारत वापस लौट आएगें। लेकिन वहीं अब कंपनी से जुड़े सीनियर ऑफिसर सौरभ इस मामले को लेकर अपना कोई प्रतिक्रिया नहीं दे रही है।”

लल्लन ये भी बताया कि इन सात लोगों में से UP के 2 लोग थे, एक बिहार व्यक्ति था और बाकी के चार लोग आंध्र प्रदेश के है। हालांकि इस मामलें को लेकर मैने सेंट्रल दिल्ली के प्रसाद नगर था’ने में F’IR भी द’र्ज करवाई है।” इसके अलावा परिजनों ने प्रधानमंत्री, गृहमंत्री और विदेश मंत्री से भी मदद की गु’हार लगाई है। साथ ही पी’ड़ित परिजनों द्वारा सेंट्रल दिल्ली के प्रसाद नगर थाने में, जिले के डीसीपी को और पुलिस कमिश्नर को भी चिट़ठी लिखकर म’दद मांगी गई है।