कोरोना कहर के बीच सऊदी नागरिक उड्डयन प्राधिकरण ने एक बड़ी घोषणा करी है। दरअसल, बुधवार को सऊदी नागरिक उड्डयन प्राधिकरण ने घोषणा करते हुए सभी देशों के लिए अपने हवाई क्षेत्र में यूएई की उड़ानों की अनुमति देने पर सहमति व्यक्त की है।
सऊदी नागरिक उड्डयन प्राधिकरण ने घोषणा करते हुए संयुक्त अरब अमीरात पहुंचने के लिए सभी देशों की उड़ानों को अपने वायुक्षेत्र से गुजरने की मंजूरी दे दी है। ये मंजूरी यूएई और इजरायल के बीच शांति संधि की घोषणा के बाद लिया गया है।
जानकरी के अनुसार, मध्य एशिया में शांति की ओर ऐतिहासिक कदम बढ़ाते हुए इजराइल और संयुक्त अरब अमीरात के बीच पहला व्यावसायिक विमान सोमवार को अबुधाबी में उतरा। इस विमान में इजरायल के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार मीर बेन शब्बात के नेतृत्व में उच्चस्तरीय इजराइली प्रतिनिधिमंडल भी यूएई पहुंचा है। इसी विमान से अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सलाहकार और दामाद जेरेड कुशनर, यूएस के सुरक्षा सलाहकार रॉबर्ट ओब्रायन और उच्चस्तरीय अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल भी अबुधाबी पहुंचा।
वहीं विमान से उतरने के बाद कुशनर ने कहा कि हमने अभी-अभी वाकई ऐतिहासिक उड़ान पूरी की है। आशा करते हैं कि यह भविष्य में आने वाली तमाम उड़ानों में से एक हो। उन्होंने इस अवसर के लिए दोनों देशों के नेतृत्व को धन्यवाद दिया। सऊदी अरब ने भी सीधी उड़ानों के लिए अपने हवाई क्षेत्र के उपयोग की अनुमति दे दी है। कुशनर ने कहा कि लोग शांति चाहते हैं, सिवाय उनके जो दूसरों की तकलीफों को सीढ़ी बनाकर सत्ता में बने रहना चाहते हैं। भविष्य क्षेत्र के मेहनती लोगों का है।
आपको बता दें, इजराइल और संयुक्त अरब अमीरात के बीच 13 अगस्त को एक एतिहासिक समझौता हुआ है और ये समझौता अमेरिका ने करवाया है। इस समझौते के तहत इजराइल को पश्चिम तट के कुछ हिस्सों को अपने अधिकार क्षेत्र में मिलाने की अपनी योजना पर रोक लगाई । यूएई तीसरा अरब देश है जिसने यहूदी देश के साथ सीधे कूटनीतिक संबंध जोड़े हैं। इनके अलावा इजरायल के दो पड़ोसी देश जॉर्डन और मिस्र उसे मान्यता देते हैं।