भारत में कोरोना वायरस के कारण लगे लॉकडाउन की वजह से विदेशों में कई भारतीय नागरिक फंसे हुए हैं। इन सभी लोगों को मिशन समुद्र सेतु और वंदे भारत के जरिये वापस लाया जा रहा है। वहीं इसी बीच इस मिशन के तहत मालदीव में फंसे भारतीय नागरिक भारत वापस आ गये हैं। वापस लौटे प्रवासी जब भारत की सीमा में कदम रखे तो उनके चेहरे की खुशी देखने लायक थी।
बता दें, विदेशों में फंसे भारतीयों की वतन वापसी के लिए केंद्र सरकार ने समुद्र सेतु और वंदे भारत मिशन चला रही है। वहीं अब ऑपरेशन समुद्र सेतु के तहत मालदीव में फंसे हुए 580 से अधिक भारतीय नागरिक रविवार को नौसेना के आईएनएस जलाश्व में सवार होकर भारत देश के कोच्चि पोर्ट पर पहुंचे। ये सभी नागरिक ऑपरेशन समुद्र सेतु के दूसरे चरण के तहत यहां पहुंचे हैं। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि ‘ऑपरेशन समुद्र सेतु’ के तहत भारतीय नौसेना के पोत आईएनएस जलाश्व में मालदीव से सवार हुए 588 भारतीय रविवार को सुबह 11:30 बजे कोच्चि बंदरगाह पर उतरे है।
#VandeBharatMission#MoDAgainstCorona#OperationSamudraSetu phase 2..#INSJalashwa has berthed alongside Samudrika cruise terminal of @cochin_port at 11:30 am today. Disembarkation preparations in progress.#HarKaamDeshKeNaam
@indiannavy@SpokespersonMoD @PMOIndia pic.twitter.com/RCqgSeI8Bt— PRO Defence Kochi (@DefencePROkochi) May 17, 2020
जानकारी के अनुसार, जिन लोगों को भारतीय नौसेना के आईएनएस INS Jalashwa के जरिये मालदीव से भारत लाया गया है। उनमे 21 बच्चे, 497 लोग और 6 गर्भवती महिलाएं और 64 अन्य महिलाएं शामिल है और ये आईएनएस INS Jalashwa शनिवार को मालदीप से भारत के लिए रवाना हुआ था।
इसके पहले आईएनएस जलाश्व 698 भारतीयों को लेकर आईएनएस जलाश्व पहली बार 10 मई को कोच्चि पहुंचा था और इसमें 595 पुरुष और 103 महिलाओं को थी साथ ही इनमें 19 गर्भवती महिलाएं भी शामिल थी। इसके बाद 11 मई को आईएनएस मगर मालदीव से 202 भारतीयों को लेकर कोच्चि पहुंचा था।
आपको बता दें, भारत सरकार के आदेश अनुसार नौसेना ने मालदीव से करीब 2000 लोगों को वापस लाने के लिए आईएनएस जलाश्व और आईएनएस मगर के जरिए ऑपरेशन शुरू किया है। दोनों युद्धपोत केरल के कोच्चि और तमिलनाडु के तूतीकोरिन से दो-दो बार माले से भारतीयों को वापस लाएंगे।