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दुबई में कोरोना से ठीक हुए भारतीय कामगार ने 7वीं मंजिल से कूदकर दी जान, अपने घर का इकलौता कमाने वाला था

UAE में एक तरफ जहां कोरोना वायरस से निपटने में कामयाबी हासिल कर रहा हैं वहीं दूसरी ओर कई और ऐसी घटनाएं है, जो सभी को हैरान परेशान कर दे रही हैं। दरअसल हाल ही में दुबई से एक व्यक्ति की मौ’त की खबर सामने आई है। बताया जा रहा है कि कोरोना वायरस से रिकवर हुए एक बिल्डिंग के भारतीय चौकीदार की ईद के पहले दिन रविवार को डेरा में कूदकर जान दे दी।

इस व्यक्ति की पहचान में बताया गया हैं कि 26 साल का ये भारतीय नागरिक मूल रूप से केरल का रहने वाला था। पहचान में इनका नाम नीलाथ मुहम्मद फिरदौस बताया गया है। नीलाथ मुहम्मद अपनी ही बिल्डिंग के सातवें फ्लोर की बालकनी से कूद गया। यहां नीलाथ मुहम्मद अपने चाचा नौशाद अली सहित 6 और लोगों के साथ रहता था।

दुबई पुलिस ने बताया आ’त्मह’त्या

सोमवार को दुबई पुलिस के एक अधिकारी ने गल्फ न्यूज के सामने इस घटना को कंफर्म किया और बताया कि ये आ’त्मह’त्या है। पुलिस ऑफिसर ने बताया कि “वह एक मानसिक रोग से जूझ रहा था, उस व्यक्ति की मौ’त के पीछे कोई क्रिमिनल डाउट नहीं है। ये एक्सी’डेंट संडे के दिन हुई है।” मरने वाले नीलाथ मुहम्मद के चाचा ने बताया कि “फिरदौस नमाज करने के लिए जल्दी जाग गया था। हर कोई अपने रोजमर्रा के सुबह के काम करने बिजी था, तभी वह बालकनी पर गया और वहां से कूद गया।”

दुबई में कोरोना से ठीक हुए भारतीय कामगार ने 7वीं मंजिल से कूदकर दी जान, अपने घर का इकलौता कमाने वाला था

अली ने बताया कि यह इंसी’डेंट संडे को सुबह लगभग 4.40 बजे हुआ था। वह एक मानसिक बीमारी से लड़ रहा था और पिछ कुछ समय से बहुत ही परेशान भी था।

मृतक के चाचा अली, जो एक निजी क्लिनिक में काम करते है, ने कहा कि आज मेरे लिए बेहद ही दुखी का दिन है। उसने अपने पीछे 50 साल के माता-पिता और दो छोटे भाई बहन को पीछे छोड़ गया है।वह अपने परिवार का एकमात्र रोजी रोटी कमाने वाला व्यक्ति था और दुबई में काम करने के लिए आया था ताकि वह केरल में अपने परिवार का आर्थिक रूप से सहयोग कर सके।

जानकारी के लिए आपको बता देें, मौजूदा समय में यूएई, भारत समेत पूरी दुनिया में कोरोना वायरस परेशानी की सबब बन चुका है। इसकी वजह से कई देशों ने अपने यहां लाकडाउन लगा रखा है, हालांकि आर्थिक स्तर पर नुकसान की वजह से बड़ी तदाद में लोगों के नौकरियों पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं।