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चिली में फंसे भारतीयों के लिए सबसे बड़ा मददगार बना दूतावास, 270 लोग लौटना चाहते हैं अपने वतन

New Delhi: भारत में लॉकडाउन के लागू होने के बाद दुनिया के कई देशों में भारतीय नागरिक फंसे हुए है। UAE, अमेरिका, और UK जैसे देशों के साथ साथ चिली देश में भी कई भारतीय लॉकडाउन की वजह से फंसे हुए है। चिली में भी कोरोना वायरस के केस दिन दुगने और रात चौगुने रफ्तार से बढ़ रहा है। ऐसे मुश्किल समय में इन फंसे हुए भारतीयो की मदद के लिए चिली भारतीय दूतावास आगे आई है।

लॉकडाउन के बीच चिली में फंसे भारतीयों को एम्बीसी ने अपनी एक पुरानी बिल्डिंग में रखा जा रहा है। चिली की भारतीय राजदूत अनीता नायर ने देश के डिप्लोमैटिक कॉरेस्पोंडेंट सिद्दांत सिब्बल को बताया कि चिली देश में 270 भारतीय नागरिक फंसे हुए है, और भारत वापस आने के लिए रजिस्ट्रेशन करवाया है। वहीं उन्होंने ये भी बताया कि उम्मीद की जा रही है इन लोगों में से 50 भारतीय की मंगलवार को वतन वापसी की जा सकती है।

चिली में फंसे भारतीयों के लिए सबसे बड़ा मददगार बना दूतावास, 270 लोग लौटना चाहते हैं अपने वतन

 

राजदूत अनीता नायर ने चिली और वहां फंसे भारतीयों के हालत के बारे में बताते हुए कहा कि चिली में देश की हालात बहुत ही खराब है। चिली में कोरोना केस के मामले अब तक 40,000 से ज्यादा हो चुकी है। इसके साथ वहां पर 1200 से लेकर 1800 के बीच,या फिर कभी कभी 2000 ये ज्यादा कोरोना वायरस केस रोजाना सामने आ रहे हैं। 18 मिलियन की आबादी वाले इस देश में कोरोना का ये रेशियों जरा भी अच्छा नहीं है। सरकार ने सैंटियागो के बड़े शहर के एरिया में चिली के लगभग 70% जनसंख्या की बसती है, और बाकी के एरिया में कोरोना वायरस का फैलाव तेजी से बढ़ रहा है, जिसके देखते हुए वहां पर भी लॉकडाउन लगा हुआ है।

अपनी बात को पूरा करते हुए अनीता नायर ने आगे कहा कि यहां चिली में भारतीय राजनयिक की ठीक नहीं है, ऊपर वालों की कृपा है कि हम लोगों में से कोई भी कोरोना इंफेक्टेड नहीं है। हां ये हैं कि हम कही भी आ और जा नहीं सकते है। इंडियन एम्बीसी के ज्यादातर कर्मचारी घर पर ही रहकर काम कर रहे है। लेकिन जुरूरी सुविधाए एवलेवल है जिसके साथ हम लोग ठीक ढंग से मैनेज कर रहे है। हम चाहते हैं कि भारत सरकार इन सभी भारतीयों को वतन वापस ले जाए।