इस समय सभी देश कोरोना वायरस के कहर से जूझ रहे हैं। वहीं इस बीच रमजान के पवित्र महीने शुरू होने वाले हैं। वहीं इस रमजान के पवित्र महीने के मौके पर कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए दुबई ने कोविड -19 एहतियाती उपाय जारी किए हैं।
रमजान के पवित्र महीने के मौके पर संकट और आपदा प्रबंधन की सर्वोच्च कोविड -19 एहतियाती उपाय जारी किया है जिनका सभी ने पालन करना होगा।
रमजान के दौरान संकट और आपदा प्रबंधन की सर्वोच्च समिति के द्वारा बनाए गये कोविड -19 उपाय
- बड़े सामाजिक समारोहों की मेजबानी से बचा जाना चाहिए, खासकर बुजुर्गों और पुरानी बीमारियों वाले लोगों को कोविड -19 के जोखिमों से बचना चाहिए।
- रमजान के तंबू के साथ-साथ इफ्तार और दान का तंबू भी वर्जित है
- दुबई में मस्जिदों में तरावीह की नमाज इस शर्त पर की जा सकती है कि एहतियाती तौर पर सख्ती बरती जाए।
- नमाज की अधिकतम अवधि (तरावीह और ईशा) 30 मिनट में तय की जाएगी
समिति ने आगे उल्लेख किया कि रमजान के आखिरी 10 दिनों के दौरान की जाने वाली क़ियाम-उल-लेले प्रार्थना के बारे में निर्णय बाद में घोषित किया जाएगा, जो स्थिति के मूल्यांकन के आधार पर किया जाएगा। वहीं उपायों को राष्ट्रीय आपातकालीन संकट और आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NCEMA) द्वारा घोषित दिशानिर्देशों के साथ जोड़ा गया है।
आपको बता दें, रमजान के पवित्र महीने के महीने से भी कम समय रह गया है। वही इस रमजान के मौके पर संयुक्त अरब अमीरात में अधिकारियों ने भी कोविड सुरक्षा उपायों की घोषणा करी है। वहीं इन कोविड सुरक्षा उपायों करने का उद्देश्य वायरस फैलने से रोकना है।