नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया एक अहम जानकारी देते हुए कहा कि अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के सामान्य तरीके से संचालन के लिए अभी सारी प्रक्रियाओं का आकलन मंत्रालय द्वारा किया जा रहा है। पीटीआई न्यूज़ एजेंसी की खबर के अनुसार उन्होंने आगे कहा कि भारत विश्व के अन्य हिस्सों में कोरोनावायरस के घटते प्रकोप की स्थित का अनुमान लगाते हुए अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को सुचारू रूप से शुरू करने के फिलहाल पक्ष में है।
नागर विमानन मंत्रालय का जिम्मा संभाल रहे ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा आगामी दिनों में इंटरनेशनल फ्लाइट्स का पूरी तरीके से सुचारू रूप से संचालन संभव नहीं हो सकता है। ऐसे में यात्रियों को अपनी सुरक्षा का ख्याल रखना चाहिए।
इसके अलावा उन्होंने कहा हम विश्व में नागर विमानन के अंतर्गत भारत में हब बनाने के लिए प्रयासरत हैं। आप सभी भरोसा बरकरार रखें हम और आप सब लोग मिलकर काम करेंगे मगर सुरक्षा को ध्यान में रखकर। किसी भी यात्री की सुरक्षा को अनदेखा नहीं किया जा सकता है ऐसे में हमें धैर्य रखना होगा।
कोरोनावायरस के कारण मार्च 2020 से ही इंटरनेशनल फ्लाइट्स हुई है प्रभावित
आपको बता दें कि साल 2020 के मार्च महीने से गोविंदा मारी के फैलाव के बाद से भारत से और भारत के लिए सेड्यूल अंतरराष्ट्रीय फ्लाइट्स का संचालन बंद है इसके अलावा भारत दुनिया के 25 अन्य देशों के साथ एयर बबल एग्रीमेंट के अंतर्गत इंटरनेशनल फ्लाइट्स का परिचालन जारी रखे हैं।
केंद्रीय विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बताया कि अभी हम इस प्रक्रिया का पूर्णतया आकलन कर रहे हैं उन्होंने आगे कहा सभी को कोरोनावायरस के प्रकोप से बच कर रहना चाहिए। ऐसे में हमें यात्रियों की सुरक्षा का ख्याल सबसे पहले रखना होगा और जल्द ही हम सामान्य स्थिति की तरफ पुनः लौट आएंगे।
जारी है एयर बबल व्यवस्था
आपको जानकारी के लिए बता दें कि एयर बबल सिस्टम के अंतर्गत दो देशों के बीच एयरलाइंस एक दूसरे के इलाके में कुछ शर्तों के साथ इंटरनेशनल फ्लाइट का परिचालन कर सकती हैं। मगर नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि इसके लिए एक प्रोसेस होता है वही इन उड़ानों के लिए कई दूसरे मंत्रालयों से भी संपर्क करना होता है।
इसके बाद ही इस तरह की अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर फैसला किया जा सकेगा। जबकि घरेलू उड़ानों को साल 2021 के अक्टूबर माह से पूर्णत सभी एयरलाइंस को पूरी क्षमता के साथ उड़ान भरने की अनुमति दे दी गई है।