Flight के सफर ने देश-विदेश की दूरियों को कुछ ही घंटों की दूरियों में तब्दील कर दिया है। Flight के जरिए हर वर्ग का व्यक्ति अपने गंतव्य पर पहुंच सकता है और आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में समय बचाने के लिए फ्लाइट का सफर सबसे आरामदायक और सही माना जाता है।
मगर क्या आपको इस बात के बारे में पता है कि Flight यात्रा के लिए बच्चों के लिए भी कुछ अलग से नियम बने हुए हैं। छोटे बच्चों के लिए एयरलाइंस ने कई दिशा-निर्देश जारी किए हुए हैं। इन गाइडलाइंस में बच्चों की उम्र से संबंधित यात्रा के बारे में बताया गया है। ऐसे में आइए जानते हैं विमान में बच्चों के सफर को लेकर क्या-क्या नियम बने हुए हैं।
कम से कम इतने साल का बच्चा कर सकता है हवाई सफर
मान लीजिए कि Flight में कोई बच्चा अकेला ट्रैवल करना चाहता है तो उसके लिए उसकी उम्र 5 साल से अधिक होनी चाहिए। हालांकि, एयरलाइंस कंपनी के रूल्स अलग-अलग हैं। जिनके अनुसार बच्चे विमान यात्रा कर सकते हैं। लेकिन अधिकतर 5 साल से अधिक के बच्चों को ही ट्रैवल करने की अनुमति है।
एयरलाइंस उपलब्ध कराती है यह सेवा
यहां पर गौर करने वाली बात यह है कि अगर कोई भी व्यक्ति अपने बच्चे को अकेले एक स्थान से दूसरे स्थान पर फ्लाइट के माध्यम से भेजना चाह रहा है तो वह आसानी से ऐसा कर सकता है। इसके लिए अधिकतर एयरलाइंस बच्चों को ‘फ्लाइंग सोलो ‘की सुविधा मुहैया कराती हैं।
जानिए क्या है शिशु श्रेणी में हवाई सफर के नियम
यहां पर इस सवाल का जवाब दे देते हैं कि कम से कम कितने साल का बच्चा हवाई सफर कर सकता है? इसका जवाब यह है कि 7 दिन से अधिक उम्र के बच्चे और 2 साल से कम उम्र के बच्चे शिशु श्रेणी में ट्रैवल कर सकते हैं। लेकिन इसके लिए उनके साथ बच्चों का एज सर्टिफिकेट होना जरूरी है। जन्म प्रमाण पत्र से तात्पर्य यह है कि उसने बच्चे की मां की अस्पताल से डिस्चार्ज होने की समरी और पासपोर्ट के अलावा अन्य जानकारियां होती हैं।
गौरतलब है कि फ्लाइट में बच्चों के लिए अलग सीट मिलती है या नहीं? इसका जवाब यह है कि कोई भी छोटा शिशु सीट पर यात्रा नहीं कर सकता है। उसे किसी परिजन की गोद में बैठाया जाता है। तभी वह यात्रा कर सकता है।