कुवैत से एक बड़ी खबर सामने आई है। खबर है की लगभग 15 महीने के इंतजार के बाद शुआइबा बंदरगाह पर फंसे एमवी उला जहाज पर सवार 16 भारतीय आज कुवैत से भारत के लिए रवाना हुए है।
वहीं कुवैत के अधिकारियों के साथ भारतीय दूतावास के निरंतर और अथक प्रयासों के बाद सभी चालक दल के सदस्य कुवैत अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से एयर इंडिया की उड़ान एआई 1902 से दिल्ली के लिए रवाना हुए है।
जानकारी के अनुसार, शुआइबा बंदरगाह पर एमवी उला जहाज के मालिक और उसके माल के मालिक के बीच कानूनी विवाद था। जिसके बाद जहाज एमवी यूएलए को शुआइबा बंदरगाह पर हिरासत में लिया गया था। जहाज पर 19 सदस्यीय चालक दल अपने नियंत्रण से परे कारणों से अधर में फंसा हुआ है।
वहीं उनमें से सोलह भारत से हैं, जबकि एक तुर्की, एक अजरबैजान से और एक बांग्लादेश से है। इसी के साथ चालक दल के सदस्य अपने मुद्दे पर शीघ्र समाधान प्राप्त करने के लिए नौकरशाही प्रक्रियाओं में देरी के कारण भूख हड़ताल पर चले गए।
वहीँ कुवैत में भारतीय राजदूत श्री सिबी जॉर्ज ने कुवैती अधिकारियों के साथ उनकी दुर्दशा का समाधान खोजने के लिए कई चर्चाएँ करी और इस साल की शुरुआत में संचार मंत्रालय के अवर सचिव खोलौद अल-शहाब के साथ राजदूतों की बैठक के बाद कई दलों के बीच एक उच्च स्तरीय समन्वय हुआ है।
इसी के साथ अंत में, शुक्रवार, 4 जून को, सभी 16 भारतीय चालक दल के सदस्य जहाज से हस्ताक्षर करने में सक्षम हुए और कुवैत अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए दिल्ली के लिए रवाना हुए। वहीं इन लोगों को स्वदेश भेजने के लिए कुवैत में भारतीय दूतावास ने उन सभी के लिए फ्लाइट टिकट की व्यवस्था करी। जिसके ये सभी लोग स्वदेश लौट गए हैं ।