विदेश मंत्री एस जयशंकर बोले, भारतीय कामगारों की खाड़ी देशों में वापसी के लिए सरकार प्रयासरत

भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बीते गुरुवार को राज्यसभा में जानकारी देते हुए कहा कि केंद्र सरकार इस प्रयास में जुटी हुई है कि भारतीय कामगार खाड़ी देशों में अपने काम करने वापस लौट सकें। इस मामले को हाई लेवल पर उठाया जा रहा है। एस जयशंकर ने राज्यसभा में प्रश्नकाल के दौरान पूरक प्रश्नों के जवाब में यह जानकारी दी है।

विदेश मंत्री एस जयशंकर प्रसाद ने प्रश्नकाल के दौरान पूरक प्रश्नों के जवाब में कहा कि खाड़ी देशों की आर्थिक स्थिति में सुधार लाने और कोरोना वायरस के मामलों में कमी आने के बाद अब यात्रा प्रतिबंधों में छूट दी गई है। इसी के चलते भारत के कामगार बड़ी संख्या में अब वहां लौट रहे हैं।

उन्होंने कहा, “मैं बताना चाहता हूं.. हमने खाड़ी देशों की सरकारों के साथ बातचीत की है, जिसका नेतृत्व खुद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया है। पिछले दो वर्षों के दौरान प्रधानमंत्री ने खाड़ी देशों के नेताओं व अपने समकक्षों के साथ 16 बार टेलीफोन पर बातचीत की।’

अधिक संख्या में कामगार लौटे काम पर, सरकार है इसके लिए प्रयासरत

विदेश मंत्री एस जयशंकर बोले, भारतीय कामगारों की खाड़ी देशों में वापसी के लिए सरकार प्रयासरत

केंद्रीय विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा कि उन्होंने खुद 13 बार और विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन 4 बार खाड़ी देशों की यात्रा कर चुके हैं। उन्होंने आगे कहा कि केंद्र सरकार का उद्देश्य ज्यादा से ज्यादा कामगारों की कार्यस्थल पर वापसी का है। जयशंकर ने कहा बीते कुछ महीनों में कोरोनावायरस महामारी की लहर कमजोर पड़ी है और ऐसी स्थिति में कामगारों को उनके काम की जगहों पर जल्द से जल्द वापसी हो। इसके लिए हम प्रयासरत हैं।

बड़ी संख्या में वतन लौट चुके हैं कामगार

सरकार के मुताबिक, वंदे भारत मिशन के अंतर्गत 6 खाड़ी देशों में संयुक्त अरब अमीरात, कुवैत, सऊदी अरब, कतर, ओमान और बहरीन से अब तक 7,16,662 कामगार भारत वापस लौट चुके हैं।

गौरतलब है कि कोरोनावायरस महामारी के शुरुआती दौर में दुनिया के अधिकतम देशों में लागू होने के चलते व्यापार और रोजी-रोटी पर संकट खड़ा हो गया था। इसी दौरान भारत के ज्यादातर कामगार स्वदेश लौट आए थे। हालांकि हालातों में तेजी से सुधार होने के कारण सरकार एक बार कामगारों को उनके कार्यस्थल पर भेजने के लिए प्रयास करती दिखाई दे रही है।

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