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एक बार फिर सस्ता Gold खरीदने का शानदार मौका, टैक्स में भी मिलेगा फायदा

इस त्योहारों भरे सीजन के दौरान अगर कोई व्यक्ति गोल्ड में अपनी इंवेस्टमेंट चाहता हैं, तो ये इंवेस्टमेंट का सबसे शानदार मौका सामने आया है। बता दें कि फिजिकल गोल्ड के अलावा सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड और गोल्ड ITF में भी इंवेस्टमेंट किया जा सकता है।

रिजर्व बैंक सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड को टाइम टू टाइम पर जारी करता रहता है। इसके साथ में इंवेस्टमेंट करने के कई सारे फायदे है। जो हम आपको अपने इस आर्टिकल में बताने वाले है, हमारे इस आर्टिकल में हम आपको सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड में इंवेस्ट करने के सारे लाभ के बारे में बताने वाले है।

एक बार फिर सस्ता Gold खरीदने का शानदार मौका, टैक्स में भी मिलेगा फायदा

सरकार अलग अलग टाइम पर सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड यानी SGB जारी करती है। जब भी कभी इससे इश्यू को रिलीज किया जाता है, इंवेस्टमेंट सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड यानी SGB को सब्सक्राइब कर सकते है। इंवेस्टमेंट1 ग्राम के डीनॉमिनेशन में इसमें इंवेस्टमेंट कर सकते है। अलॉटमेंट पर उन्हें गोल्ड बॉन्ड सर्टिफिकेट दिया जाता है। रिडीम करते टाइम इंवेस्टमेंट को गोल्ड का रेट प्राप्त होता है। वैसे भी सोने के दाम पिछले तीन दिनों के एवरेज क्लोजिंग प्राइस पर तय होता है। बॉन्ड के टाइमिंग में पहले से ही तय रेट से इंवेस्टर को इंट्रेस्ट का पेमेंट किया जाता है।

जब SGB का इश्यू खुलता है, तो ऐसे में इंवेस्टर को इंट्रेस्ट बैंक की ब्रांच, पोस्ट ऑफिस, अधिकृत स्टॉक एक्सचेंज्स में इसमें सीधे या अपने एजेंट्स के जरिए से अप्लाए कर सकते है। सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड में इंवेस्टमेंट को लेकर टैक्स से जुड़े नियम की बात करें, तो ब्याज की कमाई टैक्सेबल होती है। सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड टैक्स के लिहाज से स्पेशली HNI के लिए बहुत ही अच्छा है, ऐसा इस लिए क्योंकि इसे मैच्योरिटी तक रखने पर कैपिटल गेंस टैक्स नहीं देना पड़ेगा। दिवाली के त्योहार से पहले आपके पास बाजार से सस्ता सोना खरीदने का शानदार मौका है।