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Dubai में औसतन कितने पैसों में घर खरीद रहे भारतीय लोग? आखिर किन वजहों से रहने की पहली पसंद बन रही दुबई

Dubai: दुनिया के खाड़ी देशों में से प्रमुख देश संयुक्त अरब अमीरात स्थित दुबई अमीर भारतीयों की पहली पसंद है। यहां की विलासिता पूर्ण जिंदगी भारत के अरबपतियों को अपनी तरफ खींचती है। आपको बताते चलें कि पिछले वर्ष भारतीय उद्योग जगत के बड़े कारोबारी मुकेश अंबानी ने दुबई में 8 करोड़ डॉलर में एक हाउस खरीदा था। इस घर में 10 बैडरूम, इनडोर और आउटडोर स्विमिंग पूल, बीच और प्राइवेट स्पा भी है। अक्टूबर के महीने इस घर को खरीदा था।

मीडिया में सामने निकलकर आई कुछ जानकारियों की मानें तो अंबानी ने दुबई में 16 करोड़ $300000 में यहां सौदा किया था। उनके अतिरिक्त भी कई भारतीय अमीर उद्योगपति दुबई में आशियाना खरीदा चुके हैं।

Dubai में घर खरीदने वाले लोगों में आधे भारतीय

आपको जानकर हैरानी होगी कि भारतीय कारोबारी आशियाना बनाने के लिए दुबई को एकदम परफेक्ट प्लेस मान रहे हैं। Dubai ही वह क्षेत्र है जहां पर भारत के लोग बड़ी संख्या में घर खरीद रहे हैं। भारत के इन लोगों में से अधिकतर लोग अहमदाबाद, दिल्ली एनसीआर, पंजाब और सूरत जैसी जगहों से आते हैं।

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दुबई में घर खरीदने वाले लोगों में से 40% हिस्सा भारतीय लोगों का है जो यूएई में बसे हुए हैं। उनके अतिरिक्त 20 फ़ीसदी भारतीय खरीदार दुनिया के अन्य क्षेत्रों में घर खरीद चुके हैं। देश के कई ऐसे अमीर लोग हैं जो भारत में बड़े शहरों में रहने की अपेक्षा दुबई में रहना पसंद कर रहे हैं।

जानिए दुबई में 1 महीने का औसत किराया कितना

आपको बताते चले कि दुबई में भारत के लोग तकरीबन 3.50 करोड़ से लेकर 4 करोड रुपए तक के घर खरीद रहे हैं। रियल स्टेट से संबंधित लोगों का मानना है कि ऐसी प्रॉपर्टी का महीने का किराया 3 से 3.50 लाख रुपए प्रति माह है। यहां पर वर्ल्ड क्लास इंफ्रास्ट्रक्चर है। इसी के चलते दुनिया के अमीर लोग दुबई को अपना पसंदीदा स्थान चुनने की होड़ में हैं।

पर्यटक भी कर रहे हैं दुबई का रुख

आपको बताते चलें कि भारत और दुबई के बीच एयरट्रैवल भी लगातार बढ़ रहा है। दुबई की एयरलाइंस एमिरेट्स 1 हफ्ते में 66000 लोगों को 12 से लेकर यूएई जा सकती है। एयरलाइंस का साफ तौर पर कहना है कि उसे 50000 सीटों और जोड़ने की परमिशन दी जाए। ऐसा इसलिए क्योंकि मुंबई के कई व्यापारी यूएई व्यापार के सिलसिले में जाते हैं।

यूएई में है सभी धर्मों के पूजा स्थल

संयुक्त अरब अमीरात में पर्सनल टैक्स सिस्टम नहीं है। मगर भारत के इनकम टैक्स सिस्टम में काफी जटिलताएं हैं। और इंडिया में तकरीबन इनकम टैक्स की दर 40 फ़ीसदी है। सामान्य तौर पर यूएई में इस्लामिक कानून लागू है मगर वहां के कानून काफी कठोर होते हैं। यूएई में कमर्शियल कोर्ट भी हैं।

जो कोर्ट अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुसार काम करते हैं और उनका रुख काफी सरल होता है। संयुक्त अरब अमीरात में सभी धर्मों के पूजा स्थल मौजूद हैं। कुछ समय पहले ही अबू धाबी में एक हिंदू मंदिर का निर्माण किया गया‌। इसके अलावा वहां पर क्रिश्चियन और यहूदी लोगों के लिए भी पूजा स्थल हैं।

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