यूएई में कोरोना वायरस के कारण लगा लॉकडाउन कुछ शर्तों के साथ खुल चुका है। इसके बाद यहां पर सभी चीजें सामान्य रूप से शुरू हो गयी है। वहीं इस बीच UAE में एक बड़ी घोषणा हुई है।
UAE में घोषणा हुई है कि यहां पर 30 प्रतिशत की क्षमता के साथ मस्जिदों और अन्य पूजा स्थलों को फिर से खोल दिया जाएगा और इस बात की जानकारी एक शीर्ष अधिकारी ने दी है। दरअसल, सोमवार को एक आभासी प्रेस कांफ्रेंस के दौरान राष्ट्रीय संकट और आपातकालीन प्रबंधन प्राधिकरण (NCEMA) के प्रवक्ता सैफ अल धारी ने कहा है कि देश में 30 प्रतिशत की क्षमता से मस्जिदों और अन्य पूजा स्थलों को फिर से खोल दिया जाएगा, हालांकि शुक्रवार की प्रार्थनाएं निलंबित रहेंगी। इसी के साथ अधिकारी ने ये भी कहा कि औद्योगिक क्षेत्रों, श्रम आवासीय क्षेत्रों, शॉपिंग मॉल और सार्वजनिक पार्कों में कुछ मस्जिदें अगली सूचना तक बंद रहेंगी।
वहीं उन्होंने ये भी कहा कि स्वास्थ्य अधिकारियों ने पहले से ही मस्जिद में सेवा करने वाले इमामों और श्रमिकों के लिए कोविडी -19 परीक्षण किए और उपासकों के स्वास्थ्य और सुरक्षा को सुनिश्चित किया।
अल धारी ने भी ये भी कहा है कि मस्जिदों और अन्य पूजा स्थलों के लिए बनाए दिशा-निर्देश का पालन करना होगा। अधिकारी ने ये भी कहा कि हम जनता से आग्रह करते हैं कि सामाजिक गड़बड़ी सहित एहतियाती उपायों का पालन करते हुए। 12 साल से कम उम्र के बच्चों, बुजुर्गों के साथ-साथ पुरानी बीमारियों वाले लोगों को मस्जिदों में जाने से बचना चाहिए।
यूएई के मस्जिदों और अन्य पूजा स्थलों के लिए जारी किए गए दिशानिर्देश
لسلامة المصلين عند الذهاب إلى المسجد تدعو الهيئة العامة للشؤون الإسلامية والاوقاف الجمهور الكريم لاتخاذ الاجراءات الإحترازية الآتية:
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.#أوقاف_إمارات
#awqafuae#الامارات#أنت_مسؤول #مساجدنا_آمنة#إعادة_فتح_المساجد#الاجراءات_الاحترازية #خلك_في_البيت pic.twitter.com/tsixIpOe83— أوقاف.امارات (@AwqafUAE) June 30, 2020
1. पूजा करने वालों के बीच 3 मीटर की दूरी होनी चाहिए। किसी भी हैंडशेक की अनुमति नहीं है। 2. घर में अभ्यंग अवश्य करना चाहिए। मस्जिद में पवित्र कुरान पढ़ने के लिए, उपासकों को अपनी प्रतियाँ लाना चाहिए। 3. सभी उपासकों को संपर्क अनुरेखण एप्लिकेशन AlHosn को डाउनलोड और सक्रिय करना होगा। 4. वहीं पुरानी बीमारियों वाले लोगों और बुजुर्गों जैसे लोगों को मस्जिदों में नहीं जाना चाहिए।
आपको बता दें, यूएई ने पहली बार 16 मार्च को सभी पूजा स्थलों में सार्वजनिक प्रार्थनाओं को स्थगित करने की घोषणा की थी, जिसे 9 अप्रैल को अगली सूचना तक बढ़ा दिया गया था।