संयुक्त अरब अमीरात के उपराष्ट्रपति और प्रधान मंत्री और दुबई के शासक शेख मोहम्मद बिन राशिद अल मकतूम ने हाल ही में गोल्डन वीजा की घोषणा करी थी और इस गोल्डन वीजा के तहत लोगों को देश में 10 साल और 5 साल रहने का मौका मिलेगा। इसी बीच इस गोल्डन वीजा को लेकर एक नई जानकारी दी है।
जानकारी के अनुसार, इस वीजा को लेकर घोषणा करी गयी है कि यूएई में चैरिटी और मानवीय सहायता वर्कर अब गोल्डन वीजा के लिए पात्र हैं। संयुक्त अरब अमीरात के उपराष्ट्रपति और प्रधान मंत्री और दुबई के शासक हिज हाइनेस शेख मोहम्मद बिन राशिद अल मकतूम ने बुधवार को विश्व मानवतावादी दिवस से पहले अपने ट्विटर अकाउंट पर यह घोषणा करी।
शेख मोहम्मद ने बुधवार को ट्वीट करके घोषणा करी कि हमें अपने देश पर गर्व है, जिसने अपनी स्थापना के बाद से Dh320 बिलियन से अधिक की सहायता प्रदान की है। हमें अपने कार्यकर्ताओं, संस्थानों और अंतरराष्ट्रीय मानवीय संगठनों पर गर्व है। हम न केवल एक आर्थिक राजधानी बल्कि एक मानवीय राजधानी हैं।
يصادف غداً اليوم العالمي للعمل الإنساني..نفخر بدولتنا التي قدمت أكثر من ٣٢٠ مليار درهم مساعدات منذ التأسيس..نفخر بكوادرنا ومؤسساتنا والمنظمات الدولية الانسانية على أرضنا..ونعلن منح رواد العمل الانساني في الإمارات الإقامة الذهبية..لسنا عاصمة اقتصادية فقط بل عاصمة انسانية وحضارية pic.twitter.com/IRjWoKDpx3
— HH Sheikh Mohammed (@HHShkMohd) August 18, 2021
शेख मोहम्मद ने कहा कि मानवीय और परोपकारी कार्यकर्ताओं के लिए गोल्डन वीजा का विस्तार यूएई के निस्वार्थ नायकों को अर्पित है।
जानकारी के अनुसार, यूएई ने गोल्डन वीजा की शुरुआत साल 2019 में करी थी। वहीं यूएई के उप-राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और यहां के शासक शेख मोहम्मद बिन राशिद अल मख्तूम ने ये गोल्डन वीजा निवेशकों और व्यापारियों के लिए करी थी। वहीं बाद में कोरोना वायरस महामारी के वजह से यूएई के शहर दुबई में पर्यटकों की कमी का सामना करना पड़ा है। जिसकी वजह से साल 2020 में इसमें स्पेशल डिग्री, डॉक्टरों, वैज्ञानिकों के लिए इसके प्रयोग की मंजूरी दे दी गई थी।
वहीं इस वीजा के मिलने के बाद यूएई में गोल्डन वीजा धारक को अपने बिजनेस को 100 फीसदी मालिकाना हक के साथ करने की सुविधा होगी। वहीं वीजा मिलने के बाद कोई भी व्यक्ति 5 या फिर 10 साल तक दुबई या फिर यूएई के किसी भी शहर में रह सकता है।