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शारजाह में 9 साल की बच्ची ने मदद के लिए की खास अपील, लिखा – प्लीज! मुझे मेरी माँ से मिलाने में मदद कीजिए

कोरोना वायरस के कारण भारत में लॉकडाउन लगाया गया है। इस लॉकडाउन के वजह से कई लोग विदेशों में फंस गये हैं। साथ ही कई लोग भारत में फंसे हुए हैं। वहीं इन सबके बीच एक माँ ऐसी है जो दो महीने से भारत में फांसी हुई है और अपने बच्चों से दूर है। वहीं इस माँ की बेटी ने अपनी माँ की मदद के लिए भावनात्मक अपील की है।

दरअसल, शारजाह में रहने वाली पूनम की एक नौ वर्षीय बेटी राशि ने अपनी दुर्दशा का जिक्र करते हुए एक भावनात्मक पत्र लिखा है। इस पत्र में इस बच्ची ने पेंसिल स्केच बना कर अपनी माँ पूनम से मिलने का चित्र बनाया है। साथ ही अपनी माँ की याद में कई सारी बातें भी लिखी है।

 

इस बच्ची द्वारा बनाए गये चित्र में इस बच्ची ने लिखा है कि कृपया मेरी माँ के साथ मिलाने में मेरी मदद करें। मुझे उसकी बहुत याद आ रही है। मैंने 59 दिनों से उसे नहीं देखा था और हम बहुत संघर्ष कर रहे हैं। वहीं इस बच्ची ने इस पत्र में ये भी कहा है कि “मैं उन दिनों से गिनती कर रही हूँ जब से मम्मी भारत के लिए रवाना हुई हैं। वहीं इस चित्र में बच्ची ने अपनी माँ का स्वागत करते हुए एक चित्र भी बनाया है। भारतीय उच्च विद्यालय (एचआईएस) दुबई में एक ग्रेड पांच की पड़ने वाली इस बच्ची के लिखे हुए पत्र को इस बच्ची के पिता हरेश करमचंदानी ने ट्विटर पर शेयर किया है।

शारजाह में 9 साल की बच्ची ने मदद के लिए की खास अपील, लिखा - प्लीज! मुझे मेरी माँ से मिलाने में मदद कीजिए

गल्फ न्यूज़ के मुताबिक, इस बच्ची के पिता ने उन्हें बताया है कि उनकी पत्नी पूनम 18 मार्च को अपनी बीमार मां को देखने मुंबई गई थी, जिसका 10 दिन बाद निधन हो गया। “पूनम अप्रैल की शुरुआत में वापस आने वाली थी। लेकिन कोरोनोवायरस की महामारी की वजह से भारत में फंस गई,” और अब राशी और 15 वर्षीय बेटे कृष की वहीं देखरेख करते हैं।

वहीं उन्होंने ये भी कहा कि “बच्चों को अपनी माँ के बिना रहना मुश्किल हो रहा है। राशी कल काफी व्याकुल थी इसलिए उसने अपने विचारों और भावनाओं को एक पत्र में एक परिवार के ड्राइंग के साथ डालने का फैसला किया। उसने मेरे बच्चों को दिखाते हुए एक खुशहाल पुनर्मिलन किया है और मैं पूनम का स्वागत कर रहा हूँ। मुझे उम्मीद है कि यह जल्द ही सच होगा।