हाल ही में घोषणा हुई थी कि छह देशों से फंसे UAE के निवासी वापस लौट सकते हैं। वहीं इन छह देशों से फंसे लोगों को लौटने से पहले कई सारी आवश्यकताओं को पूरा करना पड़ेगा। वहीं विमान में सवार होने से पहले एक कोविड परीक्षण से गुजरना भारत और पाकिस्तान सहित छह देशों से फंसे यूएई के निवासियों के लिए आवश्यकताओं में से एक है।
जानकारी के अनुसार, यूएई में कोविड-19 वैक्सीन की दोनों खुराक प्राप्त करने वाले निवासी और टीकाकृत और बिना टीकाकरण वाले स्वास्थ्य कार्यकर्ता, शिक्षक, मानवीय मामले और संघीय और स्थानीय सरकारी एजेंसियों में कार्यरत लोग 5 अगस्त से भारत, पाकिस्तान, श्रीलंका, नेपाल, नाइजीरिया और युगांडा से संयुक्त अरब अमीरात के लिए उड़ान भर सकते हैं।
वहीं इस बीच दुबई नागरिक उड्डयन प्राधिकरण द्वारा एयरलाइंस को जारी एक परिपत्र के अनुसार, प्रस्थान से 48 घंटे पहले लिए गए एक पीसीआर परीक्षण के अलावा, इन निवासियों को अपनी उड़ानों में सवार होने से पहले एक त्वरित परीक्षण से भी गुजरना पड़ रहा है।
वहीं इस कोविड-19 पीसीआर परीक्षण के लिए भारत के केरल के सभी चार अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों ने पहले से ही तेजी से पीसीआर परीक्षण स्टेशन स्थापित किए हैं। तिरुवनंतपुरम, कोच्चि, कोझीकोड और कन्नूर में, हवाई अड्डों ने बुनियादी ढांचा स्थापित किया है और संयुक्त अरब अमीरात जाने वाले यात्रियों के परीक्षण के लिए कर्मचारियों को काम पर रखा है।
इसी के साथ इन परीक्षणों की लागत लगभग 2,500 रुपये (Dh125) है। इसके अतिरिक्त, भारतीय हवाईअड्डा प्राधिकरण (एएआई) के सूत्र ने कहा है कि जो देश में 34 अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों का प्रबंधन कहा है कि रैपिड पीसीआर परीक्षण सुविधा दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई, बेंगलुरु, मंगलुरु और अहमदाबाद में भी उपलब्ध है।