दुबई, अबूधागी संग पूरे अरब अमीरात में आज, 26 मई को आसमान में सुपरमून नजर आएगा। सुपर मून जिसका आकार सामान्य से बड़ा होगा और यह सामान्य दिनों की अपेक्षा 30 प्रतिशत ज्यादा चमकदार होगा। जानकारी के लिए बता दें, 26 मई को चंद्रमा पृथ्वी के सबसे ज्यादा नजदीक होगा। इसी दिन पूर्णिमा का चांद भी देखा जाएगा। इसे सुपरमून या सुपर फ्लावर मून के नाम से जाना जाएगा ।
वहीं यह सुपरमून केवल अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण अमेरिका और पूर्वी एशिया के कुछ हिस्सों में लोग पूर्ण चंद्र ग्रहण का अनुभव करेंगे, जिसमें चंद्रमा लाल रंग की चमक में होगा। बता दें, पृथ्वी की चंद्रमा से दूरी 384400 किलोमीटर मानी जाती है। इसके अलावा चन्द्रमा की पृथ्वी से सबसे ज्यादा दूर होने पर ये दूरी लगभग 405696 किलोमीटर मानी जाती है। इस स्थिति को अपोगी कहते हैं।
वहीं इसके ठीक विपरीत चंद्रमा के पृथ्वी के सबसे ज्यादा करीब होने की स्थिति को पेरिगी कहते हैं जिसमें पृथ्वी और चंद्रमा की बीच की दूरी लगभग 357000 किलोमीटर रह जाती है। इंदिरा गांधी नक्षत्रशाला की वैज्ञानिक अधिकारी सुमित श्रीवास्तव बताते हैं कि यदि चंद्रमा के पेरिगी की स्थिति में पूर्णिमा पड़ती है तो सुपरमून दिखाई देता है।
बता दें, साल में कम से कम 12 पूर्णिमा बनते हैं, हालांकि कभी-कभी 13 पूर्णिमा होती है। लेकिन ऐसा कम ही देखऩे को मिलता है कि पेरीगी की स्थिति में पूर्णिमा भी पड़े। अतः यह एक खास घटना है।