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दुबई में फंसा भारतीय कामगार पीएम, सीएम से लगाता रहा गुहार, कोरोना से लड़ते-लड़ते तोड़ा दम

राजगढ़ (पचोर) जिले के रहने वाले एक भारतीय कामगार पिछले काफी समय से दुबई में फंसे हुए थे, वहां वे कोरोना के साथ अपनी जंग में लड़ते लड़ते अपनी जान से हाथ धो बैठे।

इससे पहले इस युवक ने भारत के प्रधान मंत्री और अपने राज्य के मुख्य मंत्री से ऑनलाइन वीडियो काल जारी करके मदद की गुहार लगाई थी, हालांकि दुर्भाग्यवश बीते हुए शुक्रवार को ही उनकी कोरोना वायरस की वजह से मौ’त हो गई।

दुबई में मरने वाले इस भारतीय कामगार का नाम राम बाबू था, जो पीपल्या रसोड़ा के रहने वाले अर्जुन सिंह मालवीय के बेटे थे। उन्होंने कुछ साल इंदौर और उज्जैन में काम करने के बाद वहीं से किसी बिजनेसमैन के माध्यम के जरिए वीजा और पासपोर्ट बनवाकर दुबई चले गए। वो तीन साल के कॉन्ट्रेक्ट एग्रीमेंट के तहत एक होटल में होटल प्रबंधन के तौर पर काम कर रहे थें। वो इसी साल फरवरी के महीने में अपने घर आने वाले थे, लेकिन कोरोना लॉकडाउन की वजह से नही आ पाए।

दुबई में फंसा भारतीय कामगार पीएम, सीएम से लगाता रहा गुहार, कोरोना से लड़ते-लड़ते तोड़ा दम

20 दिन पहले ही राम बाबू को पीलिया और लीवर से जुड़ी बाकी बीमारियां सामने आई। इन्हीं बीमारी के इलाज के दौरान ही उनका कोरोना वायरस टेस्ट हुआ। जिसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई। जिसके बाद उन्होंने सोशल मीडिया पर अपना एक वीडियो शेयर किया है। जिसमें उन्होंने कहा कि प्रधान मंत्री जी मुख्य मंत्री जी मुझे बचा लीजिए। मैं दुबई में फंसा हुआ हूं।

दुबई का ईलाज बहुत ही मंहगा है। मैं नहीं करवा पाऊंगा, ये बीमारी मेरी जान ले लेगी। वहीं इसके बाद ही उन्होंने आखिरी शुक्रवार को कोरोना वायरस की वजह से दुनिया को अलविदा कह गए। वहीं दुबई में कोरोना वायरस प्रोटोकॉल के तहत राम बाबू के श’व की अंत्येष्टि की गई है। राम बाबू अपने पीछे बूढ़े माता – पिता, दो भाई और एक बहन को रोता हुआ छोड़कर गए है।