सऊदी अरब ने एक बड़ी घोषणा करी है और ये घोषणा कई देशों को प्रतिबंधित सूची से हटाने को लेकर है। दरअसल, सऊदी अरब ने संयुक्त अरब अमीरात, अर्जेंटीना और दक्षिण अफ्रीका को अपनी प्रतिबंधित देशों की सूची से हटा दिया। ऐसे में अब 8 सितंबर से प्रवासी संयुक्त अरब अमीरात, अर्जेंटीना और दक्षिण अफ्रीका से सऊदी अरब की यात्रा कर सकेंगे।इस बात की जानकरी स्टेट टीवी ने मंगलवार को दी है।
जानकारी के अनुसार, आंतरिक मंत्रालय ने कहा कि यह निर्णय वर्तमान कोविड -19 स्थिति के किंगडम के मूल्यांकन पर आधारित था जिसके बाद अब संयुक्त अरब अमीरात, अर्जेंटीना और दक्षिण अफ्रीका देश के नागरिकों को 8 सितंबर से तीन देशों से सऊदी अरब की यात्रा कर सकते हैं। लेकिन सऊदी प्रेस एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, सऊदी मंत्रालय ने सभी एहतियाती उपायों का पालन करने के महत्व पर बल दिया है। वहीं इसका लाभ उन भारतीय प्रवासियों को होगा, जो यूएई से सऊदी अरब की यात्रा करना चाहते हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक आंतरिक मंत्रालय ने कहा है कि यह फैसला देश में कोरोना की वर्तमान स्थिति को देखते हुए लिया गया है। सऊदी प्रेस एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार सऊदी मंत्रालय ने यात्रा के दौरान सावधानियों और सभी जरूरी सुरक्षा उपायों के पालन करने पर जोर दिया है। अनुमति वाले देशों की यात्रा करने वाले यात्रियों से मंत्रालय ने सावधान रहने की अपील की है।
इसके साथ ही मंत्रालय ने नागरिकों को उन गंतव्यों से दूर रहने की सलाह दी है, जहां पर कोरोना का वायरस मौजूदा समय में ज्यादा है। वहीं सऊदी अरब के आंतरिक मंत्रालय ने कहा था कि सिर्फ उनके देश में वैक्सीन की पूरी डोज लगवाने के बाद बाहर गए यात्रियों को सीधे प्रवेश की अनुमति दी जाएगी। इस संबंध में मंत्रालय ने दुनियाभर के दूतावासों को सऊदी राजपत्र भी जारी कर दिया था।
इससे पहले सऊदी अरब ने काम करने वाले प्रवासी कामगारों के हित में एक फैसला सुनाते हुए करीब 20 देशों पर कोरोना वायरस के कारण लगाए गए ट्रैवल बैन को खत्म करने का फैसला किया था। सऊदी अरब की वज़ारते खारज के मुताबिक, जिन 20 देशों के प्रवासी कामगारों से ट्रैवल बैन हटाया गया है, वे अब सऊदी अरब आ सकते हैं और लिस्ट में भारत भी शामिल है लेकिन इन 20 देशों के यात्रियों को देश में आने से पहले कोविड-19 वैक्सीन की दोनों डोज़ लगी होनी चाहिए, इसके अलावा कोरोना गाइडलाइंस का पालन करना होगा।
आपको बता दें, सऊदी अरब ने जिन 20 मुल्कों से आने वाले कामगारों पर पाबंदी लगाई थी, उसमे यूएई, लेबनान, मिस्र, भारत, अर्जेंटीना, जर्मनी, अमेरिका, इंडोनेशिया, आयरलैंड, इटली, पाकिस्तान, ब्राज़ील, पुर्तगाल, ब्रिटेन, तुर्की, दक्षिण अफ़्रीका, स्वीडन, स्विटज़रलैंड, फ़्रांस और जापान देश शामिल थे। लेकिन इन देशो से राजनयिकों, स्वास्थ्यकर्मियों और उनके परिवारों आने पर मनाही नहीं थी।