कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए सभी देशों ने दूसरे देशों से आने वाले यात्रियों के लिए कोविड-19 रिपोर्ट पेश करने का नियम बनाया है। वहीं इस बीच Emirates एयरलाइन ने पाकिस्तान से आने वाले यात्रियों के कोविड-19 टेस्ट को लेकर अहम जानकारी दी है।
दरअसल, Emirates एयरलाइन ने पाकिस्तान से आने वाले यात्रियों के कोविड-19 टेस्ट करवाने वाली प्रयोगशालाओं की सूची जारी करी है। जहां से पाकिस्तानी यात्री कोविद -19 परीक्षण ले सकते हैं और इन प्रयोगशालाओं से करवाए जाने वाले कोविड-19 टेस्ट मान्य होंगे।
जानकारी के अनुसार, अनुमोदित केंद्रों की कुल संख्या 133 है। कई सार्वजनिक संस्थाओं को सूची में जोड़ा गया है। इनमें से 28 सुविधाएं कराची में हैं, लाहौर में 27, इस्लामाबाद में 19, रावलपिंडी में 9, पेशावर में 8 और क्वेटा में 3 हैं।
वहीं वाह, मुल्तान, फ़ैसलाबाद, वज़ीराबाद, बहावलपुर, डीजी खान, मुज़फ़्फ़रगढ़, सरगोधा, सियालकोट, हैदराबाद, सहवान, सुक्कर, लरकाना, ऐबटाबाद, सवात, डीआई खान, बन्नू, मर्दन, सवाबली, चित्रल, चित्राल, स्वीकृत मीरपुर, रावलकोट, गिलगित और स्कर्दू, प्रयोगशालाएँ भी उपलब्ध हैं।
यदि पाकिस्तान के यात्रियों का अंतिम जगह हांगकांग या चीन है, तो दुबई स्थित वाहक ने कहा कि यह केवल पाकिस्तान सरकार द्वारा अनुमोदित प्रयोगशाला से कोविड -19 नकारात्मक परीक्षण प्रमाणपत्र स्वीकार करेगा जहां सत्यापन उद्देश्य के लिए मुद्रित प्रमाण पत्र पर एक क्यूआर कोड एम्बेडेड है ।
इस बीच, एयरब्लू पर पाकिस्तान से दुबई के लिए उड़ान भरने वाले यात्री गेरी की नायब लैब और डॉक्टर डायग्नोस्टिक लेबोरेटरी एंड कंसल्टेंट्स (डीडीएलसी) से पीसीआर परीक्षण ले सकते हैं,।
स्वीकृत सार्वजनिक क्षेत्र की सुविधाएं
इस्लामाबाद
– राष्ट्रीय स्वास्थ्य संस्थान
– पाकिस्तान चिकित्सा विज्ञान संस्थान
पंजाब
– एड्स नियंत्रण कार्यक्रम और हेपेटाइटिस लैब
– फोरेंसिक विज्ञान प्रामाणिक लैब
– जिन्ना अस्पताल
– पीकेएलआई
– लाहौर जनरल अस्पताल
– सीएएमबी
– यूवीएएस (बीएसएल -3)
– लाहौर टीबी प्रोग्राम (बीएसएल -3)
– आईपीएच
रावलपिंडी
– मेडिकल यूनिवर्सिटी (पवित्र परिवार)
– बेनजीर भुट्टो अस्पताल
– रावलपिंडी इंस्टीट्यूट ऑफ कार्डियोलॉजी
कराची
– डाउ यूनिवर्सिटी
– पीसीएमडी कराची विश्वविद्यालय
– लियाकत नेशनल हॉस्पिटल
– सिविल अस्पताल
– जिन्ना पीजी मेडिकल इंस्टीट्यूट
– SIUT
– सिविल अस्पताल उत्तरी कराची
– एनआईबीडी
आपको बता दें, इस कोरोना वायरस से अभी तक 11 लाख से ज्यदा लोगों की मौत हो चुकी है साथ ही 3 करोड़ से ज्यादा लोग इस वायरस से संक्रमित हो चुके हैं वहीं इस वायरस को रोकने के लिए ये नियम बनाया गया है।