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कुवैत में अगली साल प्रवासियों पर आ सकती है मुसीबत, 70 हजार प्रवासियों को छोड़ना पड़ सकत है देश

New Delhi: कुवैत से हाल ही में एक बड़ी खबर समाने आई है, बता दें कि अगले साल 70 हजार से ज्यादा प्रवासियों को कुवैत छोड़ कर जाना पड़ेगा। ऐसा इस लिए होगा क्योंकि कुवैत सरकार ने 60 साल के होने वाले प्रवासी व्यक्तियों के रेजिडेंसी परमिटों को अपडेट ना करने का फैसला किया है। इसके साथ ही कुवैत सरकार की मैन पावर अथॉरिटी ने देश में रह रहे ऐसे प्रवासियों की एक लिस्ट भी बना ली है। लेकिन जिन लोगों के बच्च कुवैत देश में रह रहे और काम कर रहे है, उन लोगों को इस नियम थोड़ी बहुत राहत मिल सकती है। बता दें कि जिन लोगों के बच्चे कुवैत में रह कर काम कर रहे उन लोगों के रेजीडेंसी वीजा को निर्भर वीजा पर स्विच किया जा सकता है।

वहीं जिन प्रवासियों व्यक्तियों की उम्र 58 और 59 साल है, उन लोगों के वर्क परमिट को एक साथ लिए अपडेट किया जाएगा। कुछ दिनों पहले ही कुवैत सरकार ने ये फैसला लिया है कि देश में विदेश से आए लोगों की भर्ती की गिनती कम से कम की जाएगी। ऐसा इसलिए है कि क्योंकि वो देश में डेमोक्रेसिक इम्बेलेंस को दूर रखना चाहते है। जानकारी के लिए बता दे कि इस समय कवैत की टोटल पॉपुलेशन 4.3 मिलियन है, जिसमें से कुवैती नागिरको की टोटल पॉपुलेशन केवल 1.3 मिलियन ही है। बाकी सारे सभी पॉपुलेशन प्रवासी लोगों की है।

कुवैत में अगली साल प्रवासियों पर आ सकती है मुसीबत, 70 हजार प्रवासियों को छोड़ना पड़ सकत है देश

वैसे इसके पहले भी कुवैत की सरकार ने देश में काम करने वाले प्रवासियों की गिनती पर कैप लगाने के लिए एक विधेयक का मसौदा रेडी किया था। जिसके ड्राफ बिल में साफ कहा गया है कि कुवैत में काम करने वाले प्रवासियों की लिस्ट में भारतीय और मिस्र देश के लोगों की संख्या काफी ज्यादा है। इस कानून के लागू होने के बाद 9 लाख से ज्यादा भारतीय प्रवासियों मे से कम से कम 8 लाख प्रवासियों को कुवैत छोड़ने के लिए कह दिया जाएगा।