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दुबई में लापता भारतीय कामगार नौ दिनों बाद लौटा अपने आवास, यात्रा वीजा पर गया था अरब अमीरात

हाल ही में दुबई से खबर आई थी कि यहां 31 वर्षीय भारतीय कामगार 31 अक्टूबर से लापता हो रखा है और समुदाय ने इस व्यक्ति को खोजने में मदद करने की अपील करी थी। वहीं अब खबर है कि ये शख्स मिल गया है।

दरअसल, केरल के मूल निवासी आशिक चेनोथ थरमुमल 15 अक्टूबर को यात्रा वीजा पर यूएई पहुंचे थे। अबू धाबी के सुपरमार्केट में सेल्समैन के रूप में काम करने से पहले वह 14 दिन की क्वारंटाइन की अवधि पूरा कर रहा था। वहीं 14 दिन की क्वारंटाइन की अवधि पूरा करने के बाद उसने काम करना शुरू कर दिया था।  इस शख्स को आखिरी बार इंटरनेशनल सिटी में फारसी क्लस्टर में अपने निवास के पास, नीली पोलो शर्ट, काली ट्रैक पैंट और एक काला मास्क पहने देखा गया था। वह लगभग पांच फीट, 10 इंच लंबा और थोड़ा गहरा रंग है, लेकिन इसके बाद इस शख्स को लेकर कोई भी जानकारी नहीं मिली और कहा गया था कि ये शख्स लापता हो गया है और अब ये शख्स मिल गया है।

खलीज टाइम्स के अनुसार, दुबई में एक 31 वर्षीय भारतीय व्यक्ति, जो नौ दिन पहले लापता हो गया था उसके दोस्तों और रूममेट्स ने बताया कि उन्हें संदेह था कि वे डि’प्रेशन से पीड़ित था जिसके कारण उन्होंने घर छोड़ दिया।

दुबई में लापता भारतीय कामगार नौ दिनों बाद लौटा अपने आवास, यात्रा वीजा पर गया था अरब अमीरात

वहीं दोस्तों और रूममेट्स को आशिक ने कहा कि वह 31 अक्टूबर को कई घंटों के लिए हट्टा-ओमान मार्ग पर चला। “चलते समय, एक पाकिस्तानी नागरिक जो रास अल खैमा के रास्ते में था, उसने अपनी कार रोक दी और आशिक को सवारी की पेशकश की।”

वहीं रास अल खैमाह पहुँचने से पहले ही वह कार से बाहर निकला और वापस दुबई के लिए चल पड़ा। उन्होंने कहा, “तब तक बहुत देर हो चुकी थी और एक अन्य अफगान राष्ट्रीय ट्रक चालक को आशिक पर दया आ गई और उसने अपना वाहन रोक दिया और उसे सवारी की पेशकश की। वहीं ट्रक शारजाह की तरफ जा रहा था और आशिक ने पिछले हफ्ते शारजाह में ड्राइवर और उसके रूममेट्स के साथ बिताया।

इसी के साथ अहसान ने यह भी कहा कि आशिक अपना पासपोर्ट इकट्ठा करने के लिए लौटा क्योंकि उसे एक सहायक के रूप में नौकरी की पेशकश की गई थी और वह अपने नए वीजा पर मुहर लगवाना चाहता था।