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भारतीय कामगार की छोटी सी लापरवाही पड़ी भारी, छूट गई दुबई से भारत जाने वाली Flight, 1100 DH भी हुआ बर्बाद

कोरोना महामारी के कारण खाड़ी देशों से कई भारतीय नागरिक वापस अपने देश लौट रहे हैं। वहीं इस बीच एक भारतीय कामगार जो अपने देश लौटने वाला था लेकिन उसकी एक छोटी सी लापरवाही के कारण उसकी फ्लाइट छूट गयी।

दरअसल, गुरुवार को दुबई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से एक जंबो जेट 427 यात्रियों को केरल के लिए रवाना हुआ। वहीं इस  विमान में अबू धाबी के मुसाफा की एक कंपनी में स्टोरकीपर के रूप में काम करने वाले 53 वर्षीय पी शाजान भी जाने वाले थे लेकिन उनका विमान निकल गया और वो एअरपोर्ट पर ही रह गए।

गल्फ न्यूज के मुताबिक, अबू धाबी में काम करने वाले पी शाजान को बुधवार रात भारत जाने वाली अमीरात जंबो जेट फ्लाइट की जानकारी दी गयी, जिसे केरल मुस्लिम कल्चरल सेंटर (केएमसीसी) दुबई ने किराए पर लिया था और ये फ्लाइट दुबई से केरल के तिरुवनंतपुरम जाने वाली थी, वहीं इस विमान को पकड़ने के लिए सुबह के समय पी शाजानदुबई एअरपोर्ट के लिए टैक्सी से रवाना हुए।

भारतीय कामगार की छोटी सी लापरवाही पड़ी भारी, छूट गई दुबई से भारत जाने वाली Flight, 1100 DH भी हुआ बर्बाद

 

 

वहीं एअरपोर्ट पर चेक-इन प्रक्रियाओं और सभी टेस्ट समाप्त करने के बाद, वह टर्मिनल 3 पर बोर्डिंग गेट के वेटिंग एरिया में दोपहर 2 बजे के करीब पहुंच गये। लेकिन वो वहीं पर सो गये। जिसकी वजह से उनकी फ्लाइट छूट गयी।

बता दें, शाजान वीजा रद्द की वजह से भारत वापस जा रहे थे और इसी कारण उनकी फ्लाइट छूटने के बाद  से वो एयरपोर्ट से बाहर नहीं जा सकते थे। इसके अलावा शाहजहां के पास कोई पैसा नहीं था। केएमसीसी ने जो किट दिया था, उसमें उन्होंने केवल स्नैक्स खाया था। इसलिए केएमसीसी तिरुवनंतपुरम के आयोजन सचिव, जसीमखान कल्लम्बलम शुक्रवार को उन्हें कुछ नकद देने के लिए हवाई अड्डे गए। जिसके बाद उन्होंने भोजन खरीदा। अब पी. शाजानभी को अमीरात की दूसरी उड़ान पर भेजने की कोशिश किया जा रहा है।

वही इस घटना को लेकर शाजान ने कहा कि इस विमान के टिकट के लिए  Dh1,100 का भुगतान किया था,  वहीं उन्होंने KMCC स्वयंसेवकों को धन्यवाद दिया और कहा। “मेरी लापरवाही से कई लोगों को असुविधा हुई है। यह विशुद्ध रूप से मेरी गलती थी। मैं उनके समर्थन के लिए शुक्रगुजार हूं और इसके बाद भी मुझे घर भेजने की कोशिश करने के लिए उनका ऋणी रहूंगा। ‘

इससे पहले भी एक अन्य भारतीय प्रवासी अरुण सिंह टर्मिनल में सो गए थे और COVID-19 महामारी के कारण उड़ानों को स्थगित करने से पहले अंतिम उड़ान घर से चूक गए थे। ज्सिके बाद वो 50 दिनों से अधिक समय से बाद अपोएब देश लौट सकें