कुवैत में भारतीय दूतावास ने एक बड़ी घोषणा करी है और ये घोषणा भारतीय प्रवासी और कामगारों की मदद करने को लेकर है। दरअसल, कुवैत में भारतीय दूतावास ने फंसे हुए भारतीय नागरिकों की मदद के लिए एक पंजीकरण अभियान शुरू किया है। वहीं इस पंजीकरण अभियान की मदद से जो लोग कुवैत जाना चाहते हैं और देश में लगाए गए COVID-19 प्रतिबंध के कारण ऐसा नहीं कर पाए हैं उन्हें देश में प्रवेश करने में मदद करेगी।
जानकारी के अनुसार, दूतावास ने जानकारी देते हुए कहा है कि जो आवेदक प्रवास के दौरान भारत में बस गए हैं और अपनी नौकरी खो चुके हैं। वहीं कुवैत में घरेलू सामान रखते हैं, और कुवैत में परिवार के सदस्य हैं, जो अपने कर्तव्यों को फिर से करना चाहते हैं, जिनके पास है वेतन बकाया / मुआवजा आदि नहीं मिला। उन्हें इस पंजीकरण अभियान करने अपने सभी कम निपटने में मदद मिलेगी।
इसी के साथ दूतावास ने ये भी जानकारी दी है कि पंजीकरण अभियान केवल यह अनुमान लगाने के लिए स्थापित किया गया है कि कितने भारतीय कुवैत लौटना चाहते हैं। वहीं दूतावास ने संकेत दिया कि एक बार जानकारी एकत्र हो जाने के बाद, वह कुवैत में संबंधित अधिकारियों से संपर्क कर समस्या का समाधान करेगा। वहीं आवेदक दूतावास द्वारा दिए गए लिंक के माध्यम से आवेदन कर सकते हैं।
आपको बता दें, कुवैत ने कोरोना वायरस के कारण 13 मार्च, 2020 को अपने हवाई अड्डों को बंद कर दिया। वें इसके बाद सरकार ने घोषणा करते हुए कहा कि 31 “उच्च जोखिम वाले” देशों के यात्रियों को सीधे कुवैत की यात्रा करने से रोक दिया गया है। इस सूची में भारत एक देश था।
वहीं इसके बाद कुवैत ने ब्रिटेन और यूरोप में नए COVID तनावों को लेकर फैसला लेते हुए अपनी जमीन और समुद्री सीमाओं सहित अपने हवाई अड्डे को बंद कर दिया। वहीं अब तक, गैर-कुवैतियों को 7 फरवरी से कुवैत में प्रवेश करने से रोक दिया गया है, वहीं इस कर्ण वापस लौटे प्रवासी कुवैत नहीं लौट पा रहे है।