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कुवैत में प्रवासियों की एंट्री पर बैन लगने से हुआ होटलों और टूरिस्ट एजेंसियों को भारी नुकसान

करीब एक साल तक कुवैत में कमर्शियल फ्लाइट सर्विस के निलंबन के बाद सोमवार के दिन कई देशों के लिए फिर दोबारा से शुरू कर दिया गया था। निर्धारित की गई फ्लाइट्स में इन देशों से आने वाले पैसेंजर्स की कुवैत में एंट्री के बाद उन लोगों को कम से कम 14 दिनों के लिए क्वारंटाइन पीरियड में रहना अनिवार्य था। लेकिन जैसे ही ये फैसला लागू हुआ, उसके कुछ घंटे पहले से काफी तरह की अटकलें लगी थी कि कुवैत की एयरपोर्ट एजेंसियों को हैल्थ ऑफिसर्स की तरफ से एक लेटर मिला था।

हैल्थ ऑफिसर्स की तरफ से एयरपोर्ट एजेंसियों को दिए गए लेटर में ये कहा गया था कि कुवैत में प्रवासी लोगों की एंट्री पर लगे बैन को और आगे समय के लिए बढ़ाया जाना चाहिए। बता दें कि हैल्थ ऑफिसर्स के इस फैसले से कुवैत आने वाले कई सारे पैसेंजर काफी नाराज हो गए।

कुवैत में प्रवासियों की एंट्री पर बैन लगने से हुआ होटलों और टूरिस्ट एजेंसियों को भारी नुकसान

इन लोगों ने देश में आने के लिए “कुवैत ट्रैवलर” प्लेटफॉर्म से अपनी फ्लाइट टिकट की बुकिंग भी कर ली थी। ऐसा करने वाले लोगों की लिस्ट में 2,500 तक लोग शामिल है। प्रवासी लोगों की टिकट कैसिंल होने से टूरिज्म एजेंसियों के साथ – साथ देश के कई सारे होटलों को भी कम से कम दस लाख कुवैत दीनार तक का नुकसान हुआ है।

कुवैत की हैल्थ मिनिस्ट्री उन देश में आने वाले उन यात्रियों को क्वारंटाइन अवधि से छुटकारा दिलाना चाहती हैं, जिन यात्रियों ने कोरोना वायरस की वैक्सीन का टीका लगवा लिया है। अब उन लोगो को अनिवार्य तौर पर क्वारंटाइन पीरियड से छूट देने के लिए विचार विमर्श कर रहे है। फिर चाहे वो यात्री दूसरे देश से ही क्यूं न वापस आया हों, या फिर कोरोना वायरस से ही क्यूं न संक्रमित हों। उन सब से किसी को भी क्वारंटाइन में नहीं रखा जाएगा। जानकारी के लिए बता दें कि अब कुवैत में प्रवासी लोगों को छोड़कर देश के नागरिकों और घरेलु कामगारों का फिर दोबारा से शुरू कर दिया गया है।