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कोरोना कहर के बीच दुबई में फंसे गुजराती आए भारत वापस, प्राइवेट फ्लाइट से पहुंचे सूरत

कोरोना के कारण लगे लॉकडाउन की वजह से कई भारतीय नागरिक खाड़ी देशों में फंसे हुए हैं। यहीं वजह थी कि भारत सरकार ने वंदे भारत मिशन की शुरूआत की और बड़ी तदाद में विदेश में फंसे भारतीय को लाने में कामयाबी हासिल की, हालांकि इन सबके बावजूद बड़ी संख्या में प्रवासी बाहर फंसे हुए हैं, जो वंदे भारत मिशन के जरिए वापस आने का लगातार प्रयास कर रहे हैं, बावजूद इसके कई लोगों को वंदे भारत मिशन के जरिए भारत आने का टिकट नहीं मिल पा रहा है। इसी में एक हजार गुजराती लोग भी शामिल थे, जो कि भारत वापस आना चाहते थे, लेकिन मिशन वंदे भारत के जरिए इन लोगों के वापस आने का कोई इंतजाम नहीं किया जा सका, जिसके बाद इन लोगों ने वापसी के लिए एक नई योजना बनाई और उस योजना के तहत तीन महीनों से दुबई में फंसे कई गुजराती लोग वापस भारत पहुंचे हैं।

दरअसल, लॉकडाउन के बीच दुबई में 1000 से ज्यादा गुजराती लोग वापस अपने देश आना चाहते थे, लेकिन वंदे भारत मिशन के तहत सरकार ने दुबई और अबूधाबी से सिर्फ एक-एक फ्लाइट की घोषणा की। वहीं तीसरे चरण में अबूधाबी को केवल एक फ्लाइट दी गई। इससे अधिक फ्लाइट की मांग की गई, पर वह स्वीकार नहीं किया गया जिसके बाद दुबई में रहने वाले इन सभी गुजरातियों ने एक ग्रुप बनाया और प्राइवेट फ्लाइट ली और सूरत पहुंचे। दुबई से भारत आने वाले ये लोग खुशी से झूम उठे। इतना ही नहीं पहली फ्लाइट से भारत आने वाले गुजरातियों ने भारत आकर सेल्फी भी ली।

कोरोना कहर के बीच दुबई में फंसे गुजराती आए भारत वापस, प्राइवेट फ्लाइट से पहुंचे सूरत

 

इसी बीच दुबई से गुजरात आने वाले हार्दिक पांचाल ने बताया कि प्राइवेट फ्लाइट के लिए कोई जवाबदारी उठाए, इसके लिए किसी संस्था या कंपनी की मंजूरी आवश्यक थी। इसलिए गुजराती ने एक होकर एक ग्रुप बनाया। इसमें स्नेहल भाई शाह, पीनल चौहान, दीपेश भाई हिंगू, निकुंज भाई देसाई, प्रदीप सिंह जाडेजा और हितेंद्र भाई सोलंकी ने मिलकर सूरत के उद्योगपति और बहरहाल दुबई में रहने वाले भरत भाई नारोले के पास गए थे। उन्होंने 1000 गुजरातियों को भारत भेजने की जवाबदारी ली। इससे गुजरात आने की राह आसान हो गई।

वहीं जिन लोगों के पास आने की टिकट की राशि नहीं थी, उनकी मदद कई लोगों ने की। दूसरी फ्लाइट 24 जून को 180 लोगों को लेकर निकलेगी। अपने घर आकर सभी ने एक-दूसरे का आभार माना। इसके अलावा दुबई में जिन लोगों ने उन्हें भारत भेजने में मदद की, उनका भी आभार व्यक्त किया है

इसी के साथ भारत जाने वाले गुजरातियों की सूची भरत भाई नारोल ने दुबई कांसोलेट, राज्य सरकार और केंद्र सरकार को भेजकर अनुमति मांगी। इसमें अभी कुल 6 फ्लाइट की अनुमति मिली है

आपको बता दें, इससे पहले 18 जून को सुबह दस बजे पहली फ्लाइट में गर्भवती महिलाओं, सीनियर सिटीजन, जिनके घर में गमी हुई हो, मेडिकल इमर्जेंसी मामलों समेत कुल 175 लोगों को अहमदाबाद भेजा गया।