कई महीनों से यूएई में फंसे हुए आठ भारतीय कामगारों को स्वदेश लाया गया है और इन लोगों को वाणिज्य दूतावास और सामुदायिक स्वयंसेवकों की मदद से वापस स्वदेश भेजा गया है।
खलीज टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, 16 जून को UAE में कुछ कामगारों की दुर्दशा सूचना दी गयी थी जिन्हें शारजाह में एक सड़क पर भोजन, आश्रय और सहायता की मांग करते हुए देखा गया था। उन्हें कथित तौर पर एक एजेंट द्वारा ठगा गया था, जिसे उन्होंने संयुक्त अरब अमीरात में नौकरी का वादा करने के बाद 5,000 का भुगतान किया था। हालांकि, जब वे मार्च में अरब देश पहुंचे, तो उन्हें अपनी देखभाल करने के लिए छोड़ दिया गया। फंसे हुए ये सभी भारतीय कामगार नई नौकरियों की तलाश करने में असमर्थ थे। यहां तक कि उनके पास पासपोर्ट नहीं होने की वजह से भारत लौटने भी मुमकिन नहीं हो पा रहा था।
वहीं कामगारों की स्थिति के बारे में जानने के बाद, दुबई में भारतीय वाणिज्य दूतावास हरकत में आया और सामुदायिक स्वयंसेवकों और सामाजिक कार्यकर्ताओं के पास पहुंचा।
The Indian Consulate along with the help of community volunteers repatriated a group of 8 Indian citizens stranded in Dubai.
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Contact @pbskdubai to save yourself from fake job alerts.@MEAIndia @IndianDiplomacy @IndembAbuDhabi
@aimindia_forum https://t.co/cxdQS2jAAU— India in Dubai (@cgidubai) July 5, 2021
इसी के साथ एआईएम इंडिया फोरम से सामाजिक कार्यकर्ता शिराली शेख मुजफ्फर जो फंसे हुए भारतीय नागरिकों को पासपोर्ट (आउटपास) प्राप्त करने में मदद की। इसके साथ ही उन्होंने पुलिस को इस मुद्दे की सूचना दी और आव्रजन मंजूरी और पीसीआर परीक्षणों जैसे आवश्यक यात्रा पत्रों की व्यवस्था की।
दो अन्य सामाजिक कार्यकर्ता हिदायत अद्दूर और किरण ने लगभग दो महीने तक उनके भोजन और आश्रय की व्यवस्था की। वहीं वाणिज्य दूतावास ने सभी लागतों को कवर किया और मुफ्त हवाई टिकट प्रदान किया।
इसी के साथ मिशन ने 2 जुलाई को टिकट जारी किया है, जिससे कामगारों को नई दिल्ली के लिए उड़ान भरने की अनुमति मिल गई है, जहां से उन्हें उनके गांवों तक पहुंचाया जाएगा। जैसे ही वे अपनी उड़ान में सवार हुए, उन्होंने वाणिज्य दूतावास और सामाजिक कार्यकर्ताओं के प्रति आभार व्यक्त किया, जिन्होंने उन्हें हवाई अड्डे पर विदा किया।
वहीं भारतीय वाणिज्य दूतावास ने जनता से फर्जी जॉब अलर्ट और बेईमान भर्ती एजेंटों से सावधान रहने का आग्रह किया है। जिन लोगों को नौकरी के प्रस्ताव मिलते हैं, वे प्रवासी भारतीय सहायता केंद्र (पीबीएसके) ऐप के माध्यम से उन्हें सत्यापित कर सकते हैं, जो मिशन द्वारा संचालित है, या वाणिज्य दूतावास को एक ई-मेल भेजकर इसकी जानकारी दे सकते हैं।