बुर्ज खलीफा दुनिया की सबसे ऊँची इमारत है और ये इमारत अपनी ऊंचाई की वजह से हरदम चर्चा में रहती है लेकिन इस समय ये इमारत दुर्गा पूजा की वजह से चर्चा में बनी हुई है। जानकरी के अनुसार, कोलकाता में बुर्ज खलीफा की थीम पर दुर्गा पूजा पंडाल बनाया गया है। वहीं इस स्मारक को वैसे ही बनाया गया है जैसे सुंदर और जगमगाता दुनिया की सबसे ऊंची इमारत दुबई का बुर्ज खलीफा है।इस बुर्ज खलीफा की खासियत यह है कि इसमें दुर्गा मां की मूर्ति होगी और इसके साथ ही पूजा-अर्चना भी होगी।
वहीं बुर्ज खलीफा की थीम वाला दुर्गा पूजा पंडाल में तिरंगे के साथ-साथ अन्य सभी रंगों को देख जा सकते है और पवित्र शास्त्रों का जाप भी सुना जा सकता हैं वहीं इस पंडाल में देवी के दर्शन कर सकते हैं और साथ ही बुर्ज खलीफा की यात्रा का आनंद भी ले सकते हैं। इसी के साथ इस पंडाल को लेकर सुजीत बोस ने बताया की “मैंने बुर्ज खलीफा देखा है लेकिन मुख्य कार्यकर्ता रोमियो को बुर्ज खलीफा भेजा गया था। हमने उसे भेजा उसने इसे देखा और एक विचार प्राप्त किया।
Presenting #BurjKhalifa in Kolkata !
Outstanding … highest #Durgapuja #pandal by #Shreebhumi Club this #Navaratri !@sujitboseaitc pic.twitter.com/2gIvZgteiQ— MANOGYA LOIWAL मनोज्ञा लोईवाल (@manogyaloiwal) October 7, 2021
इसी के साथ बोस ने ये भी कहा है कि “यह एक बहुत ऊंची इमारत है और इसकी रोशनी भी अच्छी है जैसा हम देख रहे हैं। यह दिन में अलग और रात में अलग होता है। लोगों को यह पसंद आएगा क्योंकि दुबई जाने के लिए हर कोई सक्षम है। वे यहां कोलकाता में बुर्ज खलीफा को देखकर खुश होंगे। हमने कोलकाता में बिग बेन का घंटाघर बनाया है जिसे लोग पसंद कर रहे हैं। वहीं उन्होंने ये भी कहा कि यह न केवल दुनिया की सबसे ऊंची इमारत की प्रतिकृति है बल्कि बंगाल का सबसे ऊंचा दुर्गा पूजा पंडाल भी है।
वहीँ राज्य के अग्निशमन मंत्री सुजीत बोस ने बताया की “हम हर साल कुछ न कुछ करते हैं। एक बार केदारनाथ मंदिर, कभी पुरी मंदिर, हमने एक बार बाहुबली का सेट भी बनाया था और एक बार पेरिस से ओपेरा भी बनाया था। हम हमेशा ऐसे अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय स्मारकों को लोगों द्वारा ज्ञात करने पर ध्यान देते हैं। इस बार हमने बुर्ज खलीफा बनाया है जो दुबई की सबसे ऊंची इमारत है। दुनिया भर में हर कोई बुर्ज खलीफा के बारे में जानता है। यह हमारी पूजा का 49वां वर्ष है जिसके लिए हमने बुर्ज खलीफा बनाने का फैसला किया है।
बोस ने आगे बताया। “मूर्ति सुंदर है और मिट्टी से बने कपड़ों के साथ एक ‘शबेकी’ मूर्ति है। इसे प्रदीप पात्र पाल ने बनाया है और इसमें ज्वैलरी भी है। यह इस साल भी सेंको द्वारा प्रायोजित है। मूर्ति पर 40 किलो के जेवर होंगे। वहीं लक्ष्मण अग्रवाल, व्यापारी का कहना है कि, “मुझे बहुत अच्छा लग रहा है, ऐसा लगता है जैसे मैं दुबई में हूं, क्योंकि मैं कभी दुबई नहीं गया हूं, इसलिए इसे देखकर मुझे अंदाजा हो सकता है कि दुबई कुछ इस तरह से बना है। यह बहुत अच्छा है और लाइट डेकोरेशन भी अच्छा है, यह दुबई की रौनक देता है।”
आपको बता दें,बुर्ज खलीफा बनाने के लिए उन्हें लगभग 6 साल का समय लगा लेकिन इसे बनाने के लिए लगभग 100 श्रमिकों ने 100 दिनों तक काम किया और यह प्रयास रंग लाया और परिणाम यह है कि सजावट, रोशनी आपको दुर्गा पूजा के लिए और अधिक उत्साहित महसूस कराएगी।