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अपनी मां के अंतिम दर्शन के लिए 44 घंटे बाद दुबई से भारत पहुंचा कामगार, गंगा तट पर हुआ अंतिम संस्कार

भारत देश इस समय कोरोना वायरस के कहर से जूझ रहे है और अभी तक इस कोरोना वायरस के बड़ी संख्या में लोगों की मौ’त हो चुकी है। वहीं हाल ही में इस कोरोना वायरस संक्रमित की वजह से एक महिला की मौ’त हो गयी जिसके बाद उसका बेटा अपनी माँ के अंतिम द’र्शन करने के लिए 44 घंटे का सफ़र करके दुबई के शारजाह से अपने घर पहुंचा है।

जानकारी के अनुसार, 6 मई को अलीगढ़ के एक अस्पताल में कोविड पॉजिटिव आने पर एक महिला को भर्ती कराया गया था। लेकिन रविवार सुबह उनकी मौ’त हो गयी। वहीं चिकित्सकों ने बताया कि उनकी मौ’त ब्रे’न हे’म’रे’ज के कारण हुई है। वहीं इसके बाद इस माँ के बेटे को उसके श’व के आखिरी दर्शन करने के लिए 44 घंटे तक के लिए श’व को डीप फ्रीजर वाले श’व वाहन में रखा गया। इसके लिए परिजनों ने ढाई हजार रुपये प्रति घंटा के हिसाब से एक लाख 12 हजार रुपये एंबुलेंस का किराया चुकाया।

अपनी मां के अंतिम दर्शन के लिए 44 घंटे बाद दुबई से भारत पहुंचा कामगार, गंगा तट पर हुआ अंतिम संस्कार

नगर पालिका परिषद में अकाउंटेंट के पद पर कार्यरत प्रमोद कुमार के बड़े भाई कृष्ण कुमार एलआईयू में सब इंसपेक्टर पद से सेवानिवृत्त हैं। वह सेवानिवृत्ति के बाद से अपनी पत्नी मिथलेश व छोटे पुत्र सौरभ के साथ अलीगढ़ में रह रहे हैं। जबकि उनका बड़ा पुत्र गौरव दुबई के शारजाह शहर में एक होटल में कार्यरत है।

वहीं परिजनों ने बताया कि गत 6 मई को कृष्ण कुमार की पत्नी मिथलेश(52) की तबीयत बिगड़ गई। कोविड जांच में वह पॉजिटिव पाई गईं। परिजनों ने उन्हें अलीगढ़ के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया। जहां रविवार को उपचार के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया।

इसी के साथ परिजन ने मिथलेश का अंति’म सं’स्कार बेटे के आने के बाद गंगा तट पर करना चाहते थे। मंगलवार सुबह गौरव फ्लाइट से दिल्ली पहुंचे। वहीं गौरव के पहुंचने के बाद गंगातट राजघाट पर मिथलेश का अंतिम संस्कार किया गया।