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दुबई के भारतीय व्यवसायी ने अपने कामगारों को मुफ्त टिकट देकर भेजेंगे भारत, तीन महीने की छुट्टी के साथ दी एक माह की paid leave

कोरोना के कारण लगे लॉकडाउन की वजह से कई भारतीय नागरिक UAE में फंसे हुए हैं और जल्द से जल्द अपने देश वापस जाना चाहते हैं। वहीं इस बीच दुबई में रहने वाले एक भारतीय व्यवसायी ने अपने कर्मचारियों को स्वदेश भेजने के लिए एक खास पेशकश की है।

दरअसल, दुबई के व्यवसायी एलीट ग्रुप ऑफ़ कंपनीज़ के प्रबंध निदेशक आर हरिकुमार ने अपने कंपनी में काम करने वाले कामगारों को भारत भेजने के लिए केरल के शारजाह से कोच्चि के लिए एक विमान किराए पर लिया है। इस विमान के जरिये 15 जून को 168 से यात्रियों को वापस भारत लाया जाएगा। इसमें  एलीट ग्रुप ऑफ़ कंपनीज़ के कुल 125 कामगार शामिल है।

खलीज टाइम्स के अनुसार, हरिकुमार ने बताया कि इस विमान में कुल 168 यात्री होंगे। शेष यात्रियों की पहचान All Kerala College Alumni Forum (Akcaf) कोविद -19 टास्क फोर्स द्वारा की जाएगी।”

दुबई के भारतीय व्यवसायी ने अपने कामगारों को मुफ्त टिकट देकर भेजेंगे भारत, तीन महीने की छुट्टी के साथ दी एक माह की paid leave

वहीं आर हरिकुमार ने ये भी कहा कि मुफ्त हवाई टिकट के साथ, यात्रियों को पीपीई किट भी प्रदान की जाएंगी, जिसमें फेस मास्क, दस्ताने, फेस शील्ड, सुरक्षात्मक कपड़े और हैंड सैनिटाइज़र शामिल हैं। इसी के साथ उन्होंने ये भी बताया कि मुझे आगामी उड़ान के लिए राज्य सरकार की मंजूरी मिल गई है और अब भारतीय केंद्र सरकार से अनुमति मिलने का इंतजार है।”

इसके अलावा हरिकुमार एक दूसरी फ्लाइट को किराए पर देने पर भी विचार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि “मैं लगभग 300 हवाई टिकटों की व्यवस्था करने की कोशिश कर रहा हूं, जिसमें मैं उड़ान टिकट के खर्च का 70 प्रतिशत भुगतान करूँगा।

हरिकुमार ने कहा कि उनके सभी कर्मचारियों को एक महीने की छुट्टी का वेतन दिया जाएगा। “मैं उन्हें तीन महीने की छुट्टी पर भेज रहा हूं। स्थिति सामान्य होने पर मैं उनकी वापसी की भी व्यवस्था करूंगा। अगर वे घर वापस आने में वित्तीय कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं, तो मैं उनका भी मदद करूंगा।”

हरिकुमार ने ये भी कहा है कि उन्होंने अपने कर्मचारियों को कोयंबटूर में अपने एक संयंत्र में काम करने का विकल्प भी दिया है। उन्होंने कहा, “हालांकि, यह पूरी तरह से वैकल्पिक है। यदि वे काम करना चाहते हैं, तो उनके लिए व्यवस्था की जाएगी। मेरे कर्मचारी 15 साल से अधिक समय से मेरे साथ काम कर रहे हैं। वे मेरी रीढ़ हैं। मैं आज जो कुछ भी हूं, उनके लिए धन्यवाद।”