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DGCA ने करी घोषणा, 31 मार्च तक लगाया कुवैत और भारत की यात्रा पर प्रतिबंध

इस समय सभी देश कोरोना वायरस के कहर से जूझ रहे हैं। वहीं इस कोरोना वायरस को लेकर भारतीय नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) ने एक बड़ी घोषणा करी है और ये घोषणा वाणिज्यिक उड़ानों पर प्रतिबंध लगाने को लेकर है।

जानकारी के अनुसार, भारतीय नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) ने घोषणा करी है कि कुवैत और भारत के बीच वाणिज्यिक उड़ानों पर प्रतिबंध 31 मार्च तक जारी रहेगा। वहीं यह निर्णय 23 मार्च, 2020 को वापस लागू किया गया था जब भारत ने COVID-19 वायरस के प्रसार को रोकने के लिए सभी यात्रा को रोक दिया था। यह प्रतिबंध 28 फरवरी को समाप्त होने वाला था लेकिन DGCA ने इसे एक महीने के लिए बढ़ा दिया।

DGCA ने करी घोषणा, 31 मार्च तक लगाया कुवैत और भारत की यात्रा पर प्रतिबंध

वहीं दोनों देशों के बीच समझौते के अनुसार कार्गो और चार्टर्ड उड़ानें नियमित रूप से चलती रहेंगी। जबकि वाणिज्यिक उड़ानों को कुवैत और भारत के बीच रोका गया है।  भारत और लगभग 27 देशों के बीच एक द्विपक्षीय हवाई बुलबुला लगाया गया है, जिसमें यूएई और ओमान तक सीमित नहीं है।

इससे पहले दिसंबर में भारतीय और कुवैत के बीच एक अनुबंध रखा गया था, जिसमें घरेलू कामगारों के लिए कुवैत की यात्रा करने के लिए चार्टर्ड उड़ानों के संचालन की अनुमति दी गई थी। वहीं कुवैत से भारत की यात्रा करने के इच्छुक लोगों के लिए कुवैत में भारतीय दूतावास ने साप्ताहिक प्रस्थान करने के लिए कुछ निश्चित चार्टर्ड उड़ानों की व्यवस्था की है।

DGCA ने करी घोषणा, 31 मार्च तक लगाया कुवैत और भारत की यात्रा पर प्रतिबंध

चूंकि कोई सीधी उड़ान नहीं है इसलिए कई यात्रियों ने संयुक्त अरब अमीरात की यात्रा की है। भारत में कुवैत को छोड़ने से पहले गैर-कुवैतियों को 14 दिनों के लिए संयुक्त अरब अमीरात में संगरोध करना पड़ा क्योंकि भारत उन 35 देशों में से एक था जिन्हें कुवैत ने ‘उच्च जोखिम’ के रूप में लेबल किया था और इस तरह उन देशों से सीधे कुवैत जाने वाले यात्रियों पर प्रतिबंध लगा दिया।

वहीं वर्तमान में, सभी गैर-कुवैतियों को अगली सूचना तक कुवैत में पूरी तरह से प्रवेश करने से रोक दिया गया है।