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अबू धाबी में बन रहा पहला हिंदू मंदिर, कम से कम 1000 साल होगी उम्र

संयुक्त अरब अमीरात की राजधानी अबू धाबी में एक हिन्दू मंदिर का निर्माण किया जा रहा है। यह पत्थरों से निर्मित यूएई का पहला पारंपरिक मंदिर होगा। वहीं इस बीच इस पोस्ट के जरिये हम आपको इस मंदिर को लेकर एक अहम जानकारी देने जा रहे हैं।

जानकारी के अनुसार, संयुक्त अरब अमीरात की राजधानी अबुधाबी में बनने वाला यह मंदिर इतना मजबूत होगा कि कम से कम 1000 वर्ष तक इस पर मंदिर किसी भी चेज को कोई असर नहीं होगा। वहीं इस मंदिर का निर्माण को लेकर बीएपीएस हिंदू मंदिर अबू धाबी परियोजना के कोर टीम के सदस्यों ने कहा कि इस हिंदू मंदिर की उम्र कम से कम एक हजार वर्ष होगी।

खलीज टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, यह मंदिर सतह से एक मीटर नीचे बलुआ पत्थर की मोटी परत बिछाकर नींव तैयार की जा रही है और मंदिर को बनाने के लिए सैकड़ों इंजीनियरों की टीम इस भव्य मंदिर के निर्माण कार्य में लगी हुई है।

अबू धाबी में बन रहा पहला हिंदू मंदिर, कम से कम 1000 साल होगी उम्र

इसी के साथ इस मंदिर में लगाने के लिए सफेद संगमरमर पत्थरों पर खास डिजाइन बनाए जाएंगे, जिसके लिए भारत से कारीगरों को बुलाया जाएगा। मंदिर का निर्माण पूरी तरह से पत्थरों से हो रहा है। वहीं मंदिर निर्माण कराने वाली कमेटी बीएपीएस ने कहा है कि मंदिर बनाने में करीब 888 करोड़ रुपये का खर्च आएगा।

वहीं मंदिर के निर्माण कार्य में 10 देशों के 30 प्रोफेशनल इंजीनियरों ने 5 हजार घंटे काम करने के बाद मंदिर का 3डी मॉडल तैयार किया है। इसमें 300 सेंसर्स का इस्तेमाल होगा। मंदिर का मॉडल तैयार करने के लिए कई तरह के अलग-अलग सॉफ्टवेयर्स का इस्तेमाल हुआ हैं।

गल्फ न्यूज कि रिपोर्ट के मुताबिक, पारंपरिक पत्थर के मंदिर की फाइनल डिजाइन और हाथ से नक्काशी किए गए पत्थर के स्तंभ की तस्वीरें नवंबर में जारी की गई थीं जिन्हें भारत में बनाया गया है। भारत में राजस्थान और गुजरात के कलाकारों ने इन्हें बनाया है। मंदिर में राजस्थान के गुलाबी पत्थर और इटली के मैसेडोनिया के मार्बल का इस्तेमाल किया जाएगा। इस मंदिर पर हिंदू महाग्रंथों की तस्वीरें और कहानियां भी चित्रित होंगी।

आपको बता दें, संयुक्त अरब अमीरात की राजधानी अबुधाबी में कई लाख भारतीय रहते हैं। वहीं इन भारतीय लोगों की वजह से ये मंदिर आकर्षण का केंद्र होगा।