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2 साल की बच्ची की हुई भारत में सफल सर्जरी, पाकिस्तानी पासपोर्ट के साथ इलाज की मांग किया था परिवार

यूएई में पाकिस्तानी पासपोर्ट वाली दो वर्षीय लड़की को बोन मेरो सर्जरी हुई और ये सर्जरी दक्षिण भारतीय राज्य केरल में हुई है जिसके बाद इस बच्ची को एक नई ज़िन्दगी मिली है।

जानकारी के अनुसार, जिस दो वर्षीय लड़की की बोन मेरो सर्जरी हुई है उसका नाम कुलसुम है और वो एक अफगानी है, लेकिन पाकिस्तानी पासपोर्ट रखती है वहीं इस बच्ची की एस्टर एमआईएमएस अस्पताल, कालीकट में इस सर्जरी की प्रक्रिया शुरू हुई।

कुलसुम को जन्मजात तीव्र माइलॉयड ल्यूकेमिया की बीमारी से ग्रस्त थी और दुबई में कीमोथेरेपी के चार चक्रों से गुजर चुकी थी। उसके डॉक्टरों ने उसे बोन मेरो सर्जरी करवाने का सुझाव दिया, लेकिन इलाज की प्रक्रिया दुबई में उपलब्ध नहीं थी। जिसके बाद पाकिस्तानी पासपोर्ट के साथ भारत में इलाज की मांग करते हुए परिवार को कई बाधाओं का सामना करना पड़ा और फिर भारत में उसकी सफल सर्जरी हुई।

कुलसुम का परिवार अफगान है, उसके दादा-दादी व्यापार के लिए दशकों पहले यूएई आए थे। वे एस्टर के अनुसार उस समय एक अफगानी के साथ यात्रा नहीं कर सकते थे, उन्होंने पाकिस्तानी पासपोर्ट के साथ यूएई की यात्रा की। कुलसुम के पिता मोहम्मद का जन्म यूएई में हुआ था और उन्होंने पाकिस्तानी पासपोर्ट हासिल किया था। वहीं उनकी यात्रा आसान हो जाने के बाद, कुलसुम ने गहन कीमोथेरेपी करवाई। जब उसके कीमो के बाद उसके लक्षण कम हो गए, तो उसने एक हेमोपोएटिक स्टेम सेल ट्रांसप्लांट किया और मोहम्मद ने अपनी बेटी को स्टेम सेल दान किए। जिसके बाद अब कुलसुम को नई ज़िन्दगी मिली है।