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दुबई हेल्थ अथॉरिटी ने करी घोषणा, इन लोगों को जरुरी है 10 दिनों के क्वारंटाइन में रहना

दुबई हेल्थ अथॉरिटी (डीएचए) ने एक बड़ी घोषणा करी है और ये घोषणा क्वारंटाइन को लेकर है। दरअसल। दुबई हेल्थ अथॉरिटी (डीएचए) ने सभी कोविड-19 निकट संपर्कों से आग्रह किया है कि वे बीमारी को फैलने से रोकने के लिए कम से कम 10 दिनों के क्वारंटाइन को पूरा करें।

डीएचए ने जानकारी दी है कि जो भी व्यक्ति किसी पॉजिटिव कोविड-19 व्यक्ति से 15 मिनट से अधिक समय बिताता है और 2 मीटर दूरी नहीं बनता है तो उन्हें बीमारी को फैलने से रोकने के लिए कम से कम 10 दिनों के क्वारंटाइन पूरा करें की सलाह दी है।

वहीं डीएचए में स्वास्थ्य संवर्धन और शिक्षा प्रमुख डॉ. हेंड अल अवधी ने बताया कि 10 दिनों तक संगरोध करने पर 10 संपर्क करीबी संपर्क से बचना चाहिए। इसी के साथ डॉ. अल अवधी ने ये भी कहा कि निकट संपर्क 10 दिन की क्वारंटाइन अवधि को पूरा करना चाहिए, भले ही वे कोई लक्षण विकसित न करें और भले ही वे एक नकारात्मक पीसीआर परीक्षण प्राप्त करें। वहीं क्वारंटाइन की अवधि 10 दिनों के लिए निर्धारित की जाती है क्योंकि नवीनतम अध्ययनों में पाया गया है कि यह वायरस का ऊष्मायन अवधि है। यदि निकट संपर्क में कोई लक्षण नहीं है, तब भी वे संक्रामक हो सकते हैं और दूसरों को संक्रमित कर सकते हैं, यही कारण है कि 10-दिवसीय संगरोध अवधि को पूरा करना अनिवार्य है।

दुबई हेल्थ अथॉरिटी ने करी घोषणा, इन लोगों को जरुरी है 10 दिनों के क्वारंटाइन में रहना

इसी के साथ उन्होंने ये भी कहा कि 10-दिन की अवधि पूरी करने के बाद, कोई लक्षण न होने पर पीसीआर टेस्ट से गुजरना पड़ता है। यदि कोई लक्षण संगरोध अवधि के दौरान दिखाई देते हैं, तो नजदीकी संपर्कों को एक पीसीआर परीक्षण करना चाहिए। यदि परीक्षा परिणाम सकारात्मक है, तो उन्हें घर अलगाव या संस्थागत अलगाव प्रक्रियाओं का पालन करना चाहिए। यदि परीक्षा परिणाम नकारात्मक है, तो निकट संपर्क को अभी भी 10-दिवसीय संगरोध अवधि को पूरा करना होगा।

डॉ.अल अवधी ने ये भी कहा कि निकट संपर्क को भी अपने कार्यस्थल, मित्रों और परिवार को सूचित करना चाहिए कि वे अब एक निकट संपर्क हैं, ताकि वे भी आवश्यक सावधानी बरत सकें। वहीं उन्होंने ये भी कहा कि क्वारंटाइन में होने का मतलब यह नहीं है कि व्यक्ति कोविड -19 से संक्रमित है। यह सुनिश्चित करने के लिए एक अनिवार्य एहतियाती उपाय है कि संक्रमण दूसरों को प्रेषित न हो। इसलिए, यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि आप क्वारंटाइन करते समय दूसरों से न मिलें।

डॉ.अल अवधी ने जोर देकर कहा कि घर पर रहने वालों को आगंतुक नहीं मिलने चाहिए। रोग के प्रसार को रोकने के लिए दूसरों से अनावश्यक संपर्क से बचने के लिए क्वारंटाइन का पूरा उद्देश्य है।

आपको बता दें, इस कोरोना वायरस से अभी तक 22 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है साथ ही 10 करोड़ से ज्यादा लोग इस वायरस से संक्रमित हो चुके हैं। वहीं इस वायरस को रोकें के लिए ये क्वारंटाइन का नियम बनाया गया है ताकि इस वायरस के संक्रमण को फैलने से रोका जा सकें।