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दुबई में द’र्दनाक हादसे में हुई भारतीय कामगार की मौ’त, 20 दिन बाद घऱ पहुंचे पा’र्थिव शरीर का किया गया अं’तिम सं’स्कार

दुबई एक ऐसी जगह है जहां पर दुनिया भर से लोग अपनी किस्मत आजमाने आते है। अब भारत को ही ले लीजिए, हर साल यहां से लाखों लोग दुबई के लिए अपनी उड़ान भरते है, जिसमें कई लोग अपने सपने पूरे करने में कामयाब होते है, तो वहीं कई लोगों के सपने धरे के धरे रह जाते है, या फिर कुछ ऐसा हो जाता है जिसकी किसी ने कोई कल्पना ही नहीं की होती है।

हाल ही में ऐसा ही कुछ रतनगढ़ के एक युवक के साथ भी हुआ, जिसने उनके परिवार को पूरी तरह से तो’ड़ कर रख दिया है। बता दें कि रतनगढ़ शहर के शास्त्रीनगर मोहल्ले के रहने वाले 28 साल के एक युवक की दुबई में एक हा’दसे के दौरान मौ’त हो गई है। खबरों में बताया जा रहा है कि इस युवक की मौ’त शहर में बन रहे एक निर्माण कार्य को दौरान उंचाई से गि’रने की वजह से हुई है। मिली हुई जानकारी के अनुसार ये घटना 28 सितंबर के दिन घ’टी थी।

दुबई में द'र्दनाक हादसे में हुई भारतीय कामगार की मौ'त, 20 दिन बाद घऱ पहुंचे पा'र्थिव शरीर का किया गया अं'तिम सं'स्कार

वहीं युवक की मौ’त के 20 दिन बाद उसके मृ’त शरीर को रतनगढ़ में उसके परिवार के पास पहुंचाया गया है। रविवार की शाम को परमाणाताल में स्थित मु’क्तिधाम में युवक के परिवार ने उनका दा’ह सं’स्कार किया था। खबरों से मिली जानकारी के मुताबिक शास्त्रीनगर मोहल्ले के रहने वाले शंकर लाल के बेटे गोपाल भारी 14 महीने पहले बेहतर कमाई करने दुबई गए हुए थे। दुबई हा’दसे में अपनी जा’न ग’वांने वाले गोपाल भारी शादी शुदा थे, वो अपने पीछे एक पत्नी और 2 बच्चों को छोड़ गए है। इस वक्त पूरे परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है।

बता दें कि हाल ही में 31 अक्टूबर 2020 तक भारत सरकार ने नियमित अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर प्रतिबंध लगाया है और ये प्रतिबंध कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए लगाया गया है। लेकिन इस प्रतिबंध के बीच भारत सरकार वंदे भारत मिशन और एयर बबल समझौते के तहत उड़ाने संचालित कर रही है।