इस समय भारत सरकार ‘वंदे भारत मिशन’ के तहत विदेशों में फंसे हजारों भारतीय नागरिकों वापस लाने का काम कर रहे हैं। तो वहीं राज्य सरकार ने प्रदेश के अलग अलग जगहों पर विदेशों से वापस आए नागरिको को क्वारंटाइन करने के लिए अलग से सेंटर बनावाए है। राज्य के अलग अलग जिलो में बनाए गए क्वारंटाइन सेंटर में अब तक जो भी लोग रहकर गए है, या फिर इस समय रहे हैं वो सभी लोग क्वारंटाइन सेंटर में अपनी देखभाल और सुविधाओं से पूरी तरह से संतुष्ट हैं।
कोरोना वायरस के फैलाव को रोकने के लिए देश में सरकार ने लॉकडाउन कर रखा है। इसी बीच सरकार विदेशों में फसें भारतीयों को भी वापस ला रही है, जिन्हें एयरपोर्ट से सीधे 14 दिन के क्वारंटाइन में रखा जा रहा हैं। हाल ही में खबर आई हैं कि लुधियाना जिले के क्वारंटाइन सेंटर की देख भाल से वहां रहने वाले लोग बहुत ही खुश है।
बता दें कि लुधियाना जिले में पहले से ही मेरिटोरियस स्कूल और पार्कर हाउस में दो क्वारंटाइन सेंटर बनावाए है। वहीं अब देश में जैसे जैसे कोरोना वायरस के मरीजों कि संख्या बढ़ रही है। इसकी वजह से मेरिटोरियस स्कूल में क्वारंटाइन सेंटर को आइसोलेशन सेंटर और उसके बाद में कोरोना वायरस अस्पताल के रूप में बदल दिया गया है।वहीं PAU के पार्कर हाउस को अब NRI के लिए क्वारंटाइन सेंटर बनाया दिया गया है।
जानकारी के लिए बता दें कि पार्कर हाउस में 120 कमरे हैं। लुधियाना के इस क्वारंटाइन सेंटर में आए दुबई से 10 लोगों को मेडिकल जांच करवाने के बाद गुरुवार को उन्हें उनके घर भेज दिया गया है। दुबई से आए ये लोग पूरी तरह से हैल्दी और फिट है। क्वारंटाइन सेंटर में इन लोगों कि रोजाना दो बार मेडिकल ट्रीटमेंट की जाती रही है।
स्पेशलिस्ट डॉक्टर्स उन्हें हर रोज योगा करने , मेडिटेशन करने और अपने आप को हमेशा बिजी रखने के लिए कहा है। इस क्वारंटाइन सेंटर में हर रूम के साथ टॉयलेट अटैचड है। जहां हर रोज उनके शरीर के कपड़े धुले जाते थे। इसके साथ इन लोगों को समय पर भरपूर खाना और फ्रूट्स खिलाए जाते है। इन सभी सुविधाओ से क्वारंटाउन में रहने वाले लोग बहुत ही खुश है।