भारत इस समय अपने सबसे मुश्किल दौर से गुजर रहा है। देश में कोरोना वायरस की चपेट में अब तक 2 लाख से ज्यादा लोग आ चुके है। देश में कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए 24 मार्च से लॉकडाउन लगा हुआ है, जो अब जारी है इसी लॉकडाउन की वजह से हजारों की संख्या में कई भारतीय दुनिया भर के दूसरे देशों में फंस गए थे, जिसके बाद भारत सरकार ने इन भारतीयों को वापस लाने के लिए वंदे भारत की मिशन की शुरूआत की।
इस मिशन का पहला फेज बहुत ही अच्छी तरह से पूरा किया गया था। जिसके बाद इस मिशन का दूसरा फेज शुरू किया गया। जो अभी भी जारी है। इसी कड़ी में वंदे भारत मिशन के तहत बीते मंगलवार की रात को दुबई से एयर इंडिया की स्पेशल फ्लाइट गोवा पहुंची, हालांकि गोवा वापस आए पैसेंजर्स ने एयरपोर्ट टर्मिनल पर हंगामा कर दिया। एयरपोर्ट पर हंगामे की वजह ये थी कि स्वदेश लौटे पैसेंजर्स में कुछ लोगों ने अनिवार्य क्वारंटाइन सेंटर में जाने से मना कर दिया है। इतना नहीं कुछ पैसेंजर्स तो अपने घर जाने के लिए रो- रो कर ड्रामा करने लगे।
An unfortunate set of events happened at Dabolim Airport since past midnight y’day when Vande Bharat flight from Dubai landed. Most of the passengers were from Goa, some from Maharashtra & Karnataka. There were around 155 passengers in total: Goa Health Secy Nila Mohanan (02.06) pic.twitter.com/qZQBwzxyPC
— ANI (@ANI) June 2, 2020
दुबई से लौटे इन पैसेंजर्स का कहना हैं कि वो लोग अपने पैसे देकर 14 दिन के क्वारंटाइन सेंटर में नहीं जाएंगे। उनका कहना हैं कि उन्हें क्वारंटाइन भेजने के बजाए उन्हें उनके घर भेज दिया जाए। वो लोग पैसे देकर 14 दिन के क्वारंटाइन सेंटर में रहने के बजाए अपने घर पर ही 14 दिन के लिए खुद को होम क्वारंटाइन में रख लेंगे। दुबई से आने वाली इस फ्लाइट में 155 भारतीय पैसेंजर्स सवार थे। पैसेंजर्स की ऐसी मांग से एयरपोर्ट पर हंगामें वाली स्थिति बन गई थी। बता दें कि इस फ्लाइट में कुछ पैसेंजर्स गोवा के थे, तो वहीं कुछ यात्री महाराष्ट्र और कर्नाटक के रहने वाले थे।
इस पूरे मामलें में गोवा की हैल्थ सेक्रेट्री नीला मोहनन ने बात करते हुए कहा कि ये पैसेंजर्स जैसे ही डाबोलिम एयरपोर्ट पहुंचे। उन्होंने चींखना और रोना शुरू कर दिया। इनका कहना था कि ये लोग पैसे देकर क्वारंटाइन सेंटर में नहीं रहेंगे। इसके जगह पर वो अपने घर में खुद को क्वारंटाइन कर लेंगे। इन लोगों की वजह से एयरपोर्ट पर काफी समय तक अफरातफरी की स्थिति बनी हुई रही थी। नीला मोहनन ने आगे कहा कि इन लोगों ने दुबई से फ्लाइट पकड़ने के पहले सरकार की शर्तो वाली एफिडेविट पर बाकायदा साइन किए थे, लेकिन उन्होंने इसका पालन नही किया।