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सगी आंटी ने पति-पत्नी को कतर का हनीमून पैकेज गिफ्ट देकर फं’साया, कपल को मिली 10 साल की कै’द

कतर की राजधानी दोहा में ड्र’ग डिलीवरी के जु’र्म में भारत के एक निर्दोष पति – पत्नी स’जा का’ट रहे है। भारत के इस कपल को कतर की जे’ल से निकालने के लिए भारत की नार’कोटि’क्स डिपार्टमेंट की एक टीम एक कैंपेन भी चला रही है। जिससे ये उम्मीद लगाई जा रही है कि इन दोनों बेकसुर पति पत्नी को कतर की जे’ल से निकाल कर जल्द ही भारत लाया जाएगा।

खबरों से मिली जानकारी के मुताबिक, ये कपल पिछले साल 2019 में हनीमून के लिए कतर गया था। वहीं कतर एयरपोर्ट पर चेकिंग के दौरान उन एक बैग 4 किलो से ज्यादा ड्र’ग्स ब’रामद किया गया है। जिसके बाद से ही कतर कोर्ट ने दोनों भारतीय पति पत्नी को 10 साल की स’जा सुनाया दिया था।

सगी आंटी ने पति-पत्नी को कतर का हनीमून पैकेज गिफ्ट देकर फं'साया, कपल को मिली 10 साल की कै'द

बता दें कि ये वारदात मुंबई के रहने वाली ओनिबा कुरेशी और उनके पति शरीक कुरैशी के साथ हुआ है, ये दोनों ही मुंबई के रहने वाले है। दोनों की शादी के बाद शरीक की एक बेहद करीबी आंटी तबस्सुम ने उन्हें शादी के बाद गिफ्ट देते हुए कतर का हनीमून पैकेज दिया था, हालांकि शरीक ने अपनी आंटी से हनीमून का ये गिफ्ट लेने मना कर दिया, लेकिन फिर आंटी जरूरत से ज्यादा जोर देने लगी और परिवार वाले भी कहने लगे जिसकी वजह से शरीक ने उनका कतर हनीमून का पैकेज स्वीकार कर लिया।

ये पति पत्नी पहले बैंगलोर गए, जहां इन्हें एक बैंग दिया गया था। शरीक ने उस बैग के बारे में काफी ज्यादा पूछ ताछ की थी कि कही बैग में सोने या फिर कोई गै’र कानूनी समान तो नहीं है। इतना पूछने के बाद भी शरीक की आंटी तबस्सुम कहा कि इस बैग में माणिकचंद का ज’र्दा है, उसके अलावा और कुछ नहीं है। इसके बाद दोनों एयरपोर्ट से कतर के लिए लिए निकल जाते है, जिसके बाद 6 जुलाई 2019 को कतर एयरपोर्ट पर इन दोनों पति पत्नी को रोका जाता है, और वहीं पर इनके समान की तलाशी ली जाती है। जो बैग शरीक की आंटी ने दिया था। उसमे से 4 किलो ग्राम से ज्यादा च’रस बरा’मद किया जाता है। बेचारे ओनिबा और शरीक हनीमून के लिए कतर गए थे, वहीं उल्टा आंटी के जाल में फंस कर नार’कोटिक्स के’स के तहत कतर की जे’ल में 10 साल के लिए कै’दी बन गए है।

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वहीं पिछले साल ही 27 सितंबर को ओनिबा के पिता शकील अहमद कुरैशी ने इस मामले की जानकारी भारत के नार्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के डायरेक्टर राकेश अस्थाना को दी। जिसमें उन्होंने शिकायत करते हुए कहा कि उनकी बेटी ओनिबा और दामाज शरीक दोनों ही बेकसूर और बेगुनाह है। इन दोनों पति पत्नी को शरीक की आंटी तबस्सुम ने जानबूझ कर ड्र’ग्स ट्रै’फिकिंग केस में फंसा दिया है। जिसके कारण से उनके बेटी दमाद को कतर की राजधानी दोहा में में 10 साल कैद की सजा सुनाई गई है।

शकील ने अपनी शिकायत में कहा है कि शरीक की आंटी तबस्सुम और उनके साथी निजाम कारा हनीमून पैकेज की आड़ में उनके बेटी और दमाद को कतर भेजे, इसी के साथ वो लोग उन्हें एक बैग भी ले जाने के लिए कहते है, जिसके समान के बारे में पूछे जाने पर बैग माणिकचंद का जर्दा है ये बताते है। अपनी शिकायत के साथ ही ओनिबा के पिता ने NCB को एक ऑडियो फाइल भी दी है, जो उनके बेटी और दामाद के कतर जाने से पहले तबस्सुम और शरीक के बीच हुई बातचीत का एकलौता सबूत है।

सगी आंटी ने पति-पत्नी को कतर का हनीमून पैकेज गिफ्ट देकर फं'साया, कपल को मिली 10 साल की कै'द

इसके बाद ही NCB की ओर से एक डिटेल्ड जांच की जाती है, जिसमें ये पता चलता है कि तबस्सुम, निजाम कारा और इन लोगों के कुछ साथी लोग मिल कर एक ऑर्गेनाइज्ड ड्र’ग ट्रैफिकिंग सिंडिकेट का संचालन कर रहे है। इतनी सच्चाई सामने आने के बाद इन तीनों पर NCB ने अपना कड़ी नजर को काम पर लगा दिया है।

पिछले साल नवबंर 2019 में NCB के डायरेक्टर राकेश अस्थाना ने NCB के डिप्टी डायरेक्टर ऑपरेशन KPS MAHOTRA को कहा कि अगर ओनिबा और शरीक सच में बेगुनाह है तो ये आपकी जिम्मेदारी है कि आज उन्हें वहां की जेल से रिहा करवा कर वापस भारत लेकर आए, और उन्हें इंसाफ दिलाए।

पिछले साल के दिसंबर के महीने की 22 तारीख को मुंबई पुलिस ने नागपाड़ा पुलिस स्टेशन में एक केस दर्ज की थी, जिसके बाद निजाम कारा और तबस्सुम को 13 ग्राम को’किन से साथ पकड़ा गया और गिरफ्तार कर लिया गया है। वहीं इस साल फरवरी के महीने में 26 तारीख को नार’कोटिक्स ब्यूरो इनपुट्स के तरफ से दी गई जानकारी के आधार पर 1 किलो 474 ग्राम का एक कन्साइन्टमेंट चंडीगढ़ में पकड़ा गया था। जिसके साथ इस ड्र’ग्स सिंडिगेट के सदस्य वेद राम , शाहनवाज गुलाम, शबाना और माहेश्वर को NCB की चंडीगढ़ यूनिट ने गि’रफ्तार कर लिया है।

सगी आंटी ने पति-पत्नी को कतर का हनीमून पैकेज गिफ्ट देकर फं'साया, कपल को मिली 10 साल की कै'द

इस मामले की पूरी जांच के बाद पता चला की चरस का ये पूरा कन्साइन्टमेंट निजाम कारा और उसकी पत्नी श’हीदा कारा मंगवाते है। जिसे शाहनवाज गुलाम और शबाना के माध्यम से भेजा जाता है। इस तरह के सभी कन्साइन्टमेंट के लिए फाइनेंशियल इंतजाम निजाम कारा की पत्नी शाहिदा कारा किया करती है। वो अपने पति निजाम के दिए गए डायरेक्शन के अनुसार करती है।

वहीं अब NCB इस मामले से जुड़ी सभी डिप्लोमेंटिक लेवल का जांच, MEA, विदेश मंत्रालय के माध्याम से कोशिश कर रही है कि जल्दी से जल्दी शरीक और उनकी पत्नी ओनिबा को कतर की जेल से निकाल कर वापस भारत लाया जाए, और इसके साथ ही असली आरोपियों को स’लाखों के पिछे किया जाए। वहीं खबरों के सूत्रों का कहना है NCB डिप्लोमेटिक लेवल पर बात होने के बाद KPS MAHOTRA जल्द ही कतर जाएंगे, वहां की राजधानी दोहा की जेल से भारत के दोनों निर्दोष पति पत्नी को रिहा करवा भारत वापस लाएंगे।