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भारत ने किया 16 देशों के साथ ‘एयर बबल पैक्ट’

कोरोना वायरस को ध्यान में रखते हुए हाल ही में गुरुवार के दिन भारत के सिविल एविएशन मिनिस्टर हरदीप सिंह पूरी ने बताया भारत सरकार ने इंटरनेशनल फ्लाइट के लिए 16 देंशों के साथ एयर बबल पैक्ट पर साइन किए है। अपनी बात को जारी रखते हुए सिविल एविएशन मिनिस्टर ने ये भी बताया कि भारत सरकार ने ओमान, भूटान, अमेरिका, कनाडा, जर्मनी जैसे देशों के साथ पहली ही एयर बबल पैक्ट का समझौता कर लिया है, लेकिन अब भारत सरकार इटली, बांग्लादेश, काजाकिस्तान, यूक्रेन के साथ भी इस समझौते को करने पर विचार विमर्श कर रही है।

जानकारी के लिए बता दें कि ‘एयर बबल पैक्ट’ एक ऐसा द्विपक्षीय हवाई कोरिडोर है जिसके जरिए कोरोना वायरस की वजह से विभिन्न देशों की तरफ से लगाए गए ट्रैवल बैन के बीच लोगों को यात्रा से जुड़ी परेशानियो से राहत देने के लिए स्थापित किया जा रहा है। खबरों की माने तो 16 देशों के साथ भारत ने इस समझौते पर साइन किया हैं इन 16 देशों की लिस्ट में फ्रांस, जर्मनी, अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा, मालदीव, यूएई, कतर, बहरीन, इराक, अफगानिस्तान, जापान, केन्या, भूटान और ओमान जैसे देश के नाम शामिल हैं।

भारत ने किया 16 देशों के साथ 'एयर बबल पैक्ट'

कोरोना वायरस की वजह से दुनिया कई देशों में इंटरनेशनल फ्लाइट सर्विस बैन है। इस ट्रेवलिंग बैन के बाद भी सरकार विदेशों में फंसे अपने भारतीय नागरिकों को वापस देश में लाने के लिए प्रत्यावर्तन अभियान शुरू किया है। अपने देश के नागरिकों को वापस स्वदेश लाने के लिए इस अभियान को शुरू करने वाले देशों में भारत कई देशों से आगे है। इस अभियान के बाद ही भारत सरकार ने ‘एयर बबल पैक्ट’ के जरिए लोगों के ट्रेवल को पहले और भी ज्यादा आसान बनाने पर चर्चा कर रही है।

बता दें कि भारत सरकार ने 6 मई से लेकर के अब तक दूसरे देशों में फंसे कुल 20 लाख भारतीय नागरिकों वो भारत वापस ला चुकी है। सीविल एविएशन मिनिस्टर हरदीप सिंह पूरी ने बताया कि वंदे भारत मिशन के तहत स्पेशल इंटरनेशनल फ्लाइट्स परिचालन किया जा रहा है। इसके जरिए से अब तक 17, 11, 128 प्रवासी भारतीय नगरिकों को भारत वापस लाया जा चुका है। वहीं वंदे भारत मिशन के तहत 2, 97, 536 भारतीय नागरिक देश से बाहर गए हुए हैं।