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दुबई से 15 दिन बाद आया गुरप्रीत की डेड बॉडी, अब पिता ने दी बेटे को मु’खाग्नि

ये बात किसी से छुपी नहीं है कि हर साल भारत से बड़ी तदाद में कामगार अपने परिवार का भविष्य सुधारने के लिए विदेश की धरती का रूख करते है। ताकि वो लोग वहां पर उतनी ही मेहनत करके ज्यादा पैसे कमा सके और अपने परिवार को संभालने में अपनी पूरी मदद कर पाए, कई सारे लोग अपनी इस कोशिश और लगन कामयाब साबित होते है। लेकिन वहीं कुछ ऐसे होतें है जिनकी कोशिशो पर किस्मत की मार बाल्टी भर पानी फेक देती है। हाल ही में एक ऐसी ही एक खबर सामने आई है।

बता दें कि अपने परिवार के पालन पोषण के लिए UAE के सबसे अमीर शहर दुबई कमाने गए गांव डेहरीवाल के रहने वाले गुरप्रीत सिंह की मौ’त की खबर ने उनके परिवार को पूरी तरह से तो’ड़ दिया है। आज से करीब 15 दिन पहले दुबई के एक रोड ए’क्सीडें’ट में गुरप्रीत सिंह की जा’न चली गई।

 

 

वहीं उनकी मौ’त के 15 दिन बाद शनिवार को उनके गांव में उनकी डे’ड बॉ’डी पहुंची। गुरप्रीत की डे’ड बॉ’डी आने के बाद उनके परिवार ने उनका अंतिम सं’स्कार किया। जिसमें गुरप्रीत के पिता बाबा मेजर सिंह ने अपने क’लेजे के टु’कड़े बेटे के श’व को मु’खाग्नि दी है।

बेटे की चि’ता को आ’ग देने वाले पिता बाबा मेजर सिंह ने कहा कि गुरप्रीत सिंह उनका इकलौता बेटा था। नौकरी करने के लिए दुबई गया था, उनका दुबई में ट्राला चलाने का काम कर रहा था। लेकिन एक दिन रोड ए’क्सिडेंट में उसकी जा’न चली गई। उन्होंने बताया कि अपने बेटे को खो देने के बाद वो अब पूरी तरह से टू’ट गए है। वहीं भारतीय जतना पार्टी के किसान मौर्चा जिला प्रधान मनरिदर पाल सिंह ने बताया कि गुरप्रीत सिंह की डे’ड बॉ’डी को भारत लाने के लिए उनके पड़ोसी गांव गिल मंज के सरबत दा भला संस्था के सेवादार मनजिदर सिंह का बहुत ही ज्यादा योगदान है।