दुनिया भर में UAE के शहर Dubai को उसकी लग्जरी, सबसे ऊँची इमारत, शौपिंग मॉल, बेहतरीन पार्क और दुनिया के एक मात्र सेवेन स्टार होटल की वजह से सबसे महँगे शहरों में गिना जाता है।
ये सभी चीजें Dubai को दुनिया के दूसरे शहरों से अलग बनाती है। वहीं इस बीच लोगों के मन में सवाल पैदा होता है कि UAE का शहर दुबई इतना अमीर मुल्क कैसे बन गया और इसके पीछे का कारण क्या है।
दुबई ऐसे बना अमीर
जानकारी के अनुसार, आलिशान शहर दुबई में 50 साल पहले रेत के अलावा कुछ भी नहीं था। Dubai तेल की खोज लगा हुआ था लेकिन उसे जब तेल मिला तब तेल से दुबई की कमाई 1 परसेंट भी नहीं थी। इस वजह से दुबई को अपने आप को बेहतर बनाने के लिए कुछ नया करने की जरुरत थी। जिसके बाद दुबई के शासक रासिद बिन सईद अल मकतुम सत्ता में आते ही दुबई का ध्यान तेल से हटाकर इन्वेर्स्ट करने पर लगा दिया।
इसके लिए उन्होंने दूसरों देशों से बहुत बड़े-बड़े लोन लिए और इस पैसो को Dubai के अन्दर प्राइवेट कंपनियां स्थापित करने पर खर्च करना शुरू कर दिया इसके बाद इन कंपनियों ने ही दुबई के अन्दर बिजली की लाइन,टेलीफ़ोन सेर्विएस और बंदरगाह का विस्तार करने का काम किया। वहीं इस लोन के पैसे से ही शेख राशिद बिन सईद ने साल 1960 में दुबई में पहला एयरपोर्ट बनाया।
दुबई के तरक्की की अहम पॉइंट फ्री जोन
वहीं साल 1985 में दुबई ने अपना पहला मुक्त क्षेत्र (फ्री जोन) स्थापित किया इस फ्री जोन का नाम जाफजा यानी जेबेल अली फ्री जोन रखा गया है। ये फ्री जोन 52 वर्ग किलो मीटर तक में फैला हुआ, दुबई का ये फ्री जोन दुनिया का सबसे बड़ा फ्री जोन है। इसकी वजह से ये ग्लोबल व्यवसायों के लिए एक बड़ा एट्रक्शन बन गया है।
ये ग्लोबल बिजनेस आज पूरी UAE के उन 30 फ्री जोन सेक्टर का लाभ उठा रहे है, जो टैक्स में छूट, कस्टम ड्यूटी के लाभ और विदेशी मालिकों के लिए प्रतिबंधों की कमी की पेशकश करते है। इसकी वजह से दुबई के विकास को रफ़्तार मिली। वहीं तेल को छोड़ Dubai ने टूरिज्म बढ़ावा दिया। साथ ही तेल की मिलने के बाद दुबई ने वो पैसा भी टूरिज्म पर लगा दिया और दुबई तेजी विकास करने लगा।
वहीं विकास में तेजी आते दुबई को मजदूरों की कमी हुई जिसके बाद दुबई ने मजदूरों की संख्या बढाने के लिए भारत,पकिस्तान,नेपाल,और बांग्लादेश जैसे देशों से लोगों को लाना शुरू कर दिया। जिसकी वजह से दुबई का मैनपॉवर बढ़ा।
Dubai ने दुनियाभर के लोगों को लुभाने के लिए अपने यहाँ टैक्स फ्री इनकम का सिस्टम भी शुरू किया। इसका नतीजा यह हुआ की ज्यादा कमाई के लिए दुनिया भर के डॉक्टर्स,इंजिनियर,आर्किटेक्ट और बिजनेसमैन अपने देशों की नागरिकता छोड़कर दुबई में शिफ्ट होना शुरू हो गए।
दुबई के विकास में आई तेजी
वहीं 2006 में जब शेख मोहम्मद बिन राशिद अल मकतूम यहाँ के शासक बने तो यह रफ़्तार और भी कई गुणा तेज हो गया। दुनिया की सबसे ऊँची इमारत बुर्ज खलीफा, दुनिया का सबसे बड़ा माॅल दुबई मॉल, दुनिया का सबसे बड़ा मैन जुमेराह आइलैंड और दुनिया का सबसे बड़ा फ्लावर गार्डन मिरेकल गार्डन यह सब चीजे शेख मोहम्मद के दौरान ही बनाई गयी है और आज उनके शासन में दुबई एक ऐसा शहर बन चुका है जहाँ का क्राइम रेट 0% है। यही सब चीजे DUBAI को दुनिया में सबसे अलग बनाती है जिसके चलते दुनिया भर के लोग इसकी तरफ खीचे चले आतें है।