कुशीनगर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से अंतरराष्ट्रीय उड़ानें शुक्रवार से शुरू हो गई। पहली उड़ान दिल्ली से कुशीनगर के लिए थी। स्पाइसजेट के इस विमान में कुल 75 यात्री सवार थे। दिल्ली से कुशीनगर के लिए आने यह फ्लाइट 2:18 पर कुशीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर पहुंची। एयरपोर्ट पर यात्रियों को लेकर पहुंचने वाली एयरलाइंस कंपनी स्पाइस जेट के विमान को जल सलामी भी दी गई।
20 अक्टूबर को पीएम ने किया था उद्घाटन
दरअसल कुशीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट का उद्घाटन बीते 20 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया था। इस अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से 26 नवंबर को दिल्ली से स्पाइसजेट का विमान 75 यात्रियों सहित उड़ान भरकर कुशीनगर के हवाई अड्डे पर पहुंचा।
विमान के पहुंचने के बाद एयरपोर्ट के अपरन पर एरोप्लेन को जल सलामी भी दी गई। इसके अलावा एयरपोर्ट के टर्मिनल को रंगीन गुब्बारों से सजाया गया था। मौके पर सांसद विजय कुमार दुबे और विधायक रजनीकांत मणि ने दीप प्रज्वलित करके यात्रियों को शुभकामनाएं दी।
15 घंटे का सफर सिमट कर रह जाएगा सिर्फ 2 घंटे का
आपको बता दें कि दिल्ली से कुशीनगर की दूरी उड़ान सेवा शुरू होने के बाद महज 2 घंटे की ही रह जाएगी। इसके अलावा अगर सड़क मार्ग से दिल्ली के बीच के सफर में लगने वाले समय की बात करें तो लगभग 15 घंटा का समय कुशीनगर से दिल्ली पहुंचने में लगता है। कुशीनगर और दिल्ली के बीच उड़ान सेवा का लाभ यात्री सप्ताह में सोमवार, बुधवार, शुक्रवार और रविवार को ले सकेंगे।
इन देशों के लिए उपलब्ध हो सकती है डायरेक्ट फ्लाइट की सुविधा
उत्तर प्रदेश का कुशीनगर जनपद का एयरपोर्ट प्रदेश का तीसरा फंक्शनल इंटरनेशनल एयरपोर्ट है। इस एयरपोर्ट पर शुक्रवार से घरेलू उड़ानों की आवाजाही शुरू हो गई है कुछ ही दिनों में इंटरनेशनल फ्लाइट का भी आगमन होने लगेगा।इसी के चलते कई अन्य विमान कंपनियां भी यहां का मुआयना कर रही हैं।
आपको बता दें कि महात्मा गौतम बुध की परिनिर्वाण स्थली होने के चलते यहां बौद्ध धर्म को मानने वाले देशों के यात्रियों के आने की काफी उम्मीदें। ऐसे में जापान, दक्षिण कोरिया, थाईलैंड, सिंगापुर और श्रीलंका से यहां के लिए सीधी फ्लाइट की व्यवस्था की जा सकती है।