हाल ही में कुवैत के नागरिक उड्डयन महानिदेशालय द्वारा भारत के नागरिक उड्डयन को भेजे गए एक नए पत्र में भारत से कुवैत के लिए साप्ताहिक 5528 सीटों का एक नया कोटा निर्धारित किया है। वहीं इस कोटा के तहत दक्षिण भारतीय शहर कोच्चि से पहली उड़ान गुरुवार को एयर बबल समझौते के हिस्से के रूप में कुवैत पहुंची। इसको लेकर कुवैत ने पुष्टि करी कि 174 यात्रियों को लेकर एक पूरी उड़ान आज सुबह लगभग 6 बजे उतरी, जिससे लगभग 18 महीने बाद नियमित यात्री आए।
जानकारी के अनुसार, कुवैत कैबिनेट ने सोमवार को दैनिक आगमन कोटा बढ़ाकर 10,000 कर दिया, जिससे 6 प्रतिबंधित देशों से उड़ानों के लिए उन शर्तों के साथ फिर से शुरू करने का मार्ग प्रशस्त हुआ, जिनके लिए यात्रियों को एस्ट्राजेनेका, मॉडर्न, फाइजर और जॉनसन एंड जॉनसन जैसे अनुमोदित टीकों द्वारा पूरी तरह से टीकाकरण की आवश्यकता होती है।
इससे पहले नागरिक उड्डयन महानिदेशालय ने आज अपनी विज्ञप्ति में 768 यात्रियों को छोड़ने से पहले भारत से प्रति दिन 790 यात्रियों का दैनिक कोटा निर्धारित किया है, हालांकि इसके बाद विज्ञप्ति के अनुसार भारत से आगमन के लिए दैनिक कोटा 5378 प्रति सप्ताह निर्धारित किया गया है, जो प्रति दिन लगभग 768 के बराबर है, जिसे कुवैती और भारतीय वाहकों के बीच विभाजित किया गया है।
इसी के साथ मांग के कारण टिकट का किराया आसमान छू गया है और कुछ गंतव्यों के लिए कीमतें एकतरफा किराए के लिए पिछली दर से लगभग 10 गुना तक पहुंच रही हैं। एक तरफ के टिकटों की कीमतें KD 500 से KD 1,000 के बीच बोली जा रही हैं, लेकिन आने वाले हफ्तों में उड़ानों की गति तेज होने के साथ मौजूदा ऊंचाई से गिरने की उम्मीद है।
भारतीय वाहकों ने अभी तक अपने किराए और उड़ान कार्यक्रम की घोषणा नहीं की है। वहीं यह अनुमान है कि भारत से कुवैत के लिए लगभग 18 महीनों के लिए सीधी उड़ानें निलंबित होने के बाद 50,000 से अधिक भारतीयों के लौटने की उम्मीद है।