कोरोना वायरस के कारण भारत ने शेड्यूल अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर प्रतिबंध लगा रखा है। वहीं इस बीच अब इस प्रतिबंध को लेकर भारत के नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने एक बड़ी घोषणा करी है।
भारत के नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने घोषणा करते हुए जानकारी दी है कि कोरोनोवायरस बीमारी (कोविड -19) महामारी के कारण अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर प्रतिबंध 31 अगस्त तक बढ़ा दिया गया है। इसी के साथ भारत के नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने ये भी घोषणा करी है कि यह एक व्यापक प्रतिबंध नहीं है और इसे ‘case-by-case या ‘country-by-country’ के आधार पर माना जाएगा और ये सब नियामक के सर्कुलर में कहा गया है।
अर्न्तराष्ट्रीय फ्लाइट बैन के बीच आखिर किन फ्लाइटों को मिलेगी इजाजत
— DGCA (@DGCAIndia) June 30, 2021
1.शेड्यूल अर्न्तराष्ट्रीय फ्लाइट प्रतिबंध के बीच अंतरराष्ट्रीय कार्गो उड़ानों को संचालित करने की अनुमति है।
2.भारत ने संयुक्त अरब अमीरात, अमेरिका, ब्रिटेन, केन्या, नेपाल, भूटान और फ्रांस सहित 24 देशों के साथ हवाई बबल समझौते किए हैं। जिसके तहत इन देशों के लिए उड़ानें संचालित होगी।
भारत – यूएई की फ्लाइट पर क्या होगा नियम
फिलहाल अमीरात एयरलाइन, एतिहाद एयरवेज समेत ज्यादातर एयरलाइंस ने भारत से आने वाली फ्लाइट पर प्रतिबंध लगा रखा है, लेकिन अगर फ्लाइट 31 अगस्त के पहले तक शुरू होती है तो उस स्थिती में भारतीय नियमानुसार ( भारत में 31 अगस्त तक लगे शेड्यूल अर्न्तराष्ट्रीय फ्लाइट पर लगी रोक की वजह से) यूएई की फ्लाइट एयर बबल माध्यम से संचालित की जाएगी।
बता दें, मौजूदा समय में भारत सरकार ने 24 देशों के साथ एयर बबल समझौता किया हुआ है। इसमें यूएई के अलावा यूएस, यूके, नेपाल, भूटान समेत कई अन्य देश आते हैं। एयर बबल समझौते के तहत आने वाले ऐसे कई देश हैं, जो मौजूदा समय में भारत के लिए फ्लाइटों को संचालित कर रहे हैं।
इससे पहले, घरेलू वाहकों 65 प्रतिशत क्षमता पर काम करने के लिए कहा गया था, लेकिन अब सीमा बढ़ा दी गई है और 100 प्रतिशत तक कर दिया है।
आपको बता दें, इस कोरोना वायरस के कारण अभी तक दुनियाभर के देशों में 42 लाख से ज्यादा लोगों की मौ’त हो चुकी है साथ ही 19 करोड़ से ज्यादा लोग इस वायरस से संक्रमित हो चुके हैं। वहीं इस वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए कई देशों के यात्रा प्रतिबंध का फैसला लिया है।